प्रमुख संकेतकों के लाभ

डेली न्यूज़
राज्यों की स्वास्थ्य प्रणाली पर रिपोर्ट | 17 Oct 2019 | सामाजिक न्याय
प्रीलिम्स के लिये:
रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष और इसके मापदंड; राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं इससे संबंधित अन्य पहलें
मेन्स के लिये:प्रमुख संकेतकों के लाभ
रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष, महत्त्व और भूमिका; राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की उपलब्धियाँ, भारत में स्वास्थ्य से संबंधित और उनके के सरकार के द्वारा किये गये प्रयास
चर्चा में क्यों?
हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने राज्यों की हेल्थ सिस्टम स्ट्रेंथनिंग- कंडीशनेलिटी रिपोर्ट ऑफ स्टेट्स (Health System Strengthening-Conditionality Report of States) 2018-19 जारी की।
घाटे वाली कंपनियों के आईपीओ संबंधी खुलासों पर सेबी का नया प्रस्ताव
नयी दिल्ली, 18 फरवरी (भाषा) बाजार नियामक सेबी ने शुक्रवार को कहा कि अपने शेयरों की सूचीबद्धता की तैयारी में जुटीं घाटे वाली नए दौर की प्रौद्योगिकी कंपनियों को पेशकश दस्तावेज में निर्गम के आधार मूल्य तक पहुंचने से जुड़े प्रमुख प्रदर्शन संकेतकों का खुलासा करना चाहिए। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एक परामर्श पत्र में कहा कि ऐसी कंपनियों को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) की मंजूरी के लिए आवेदन करते समय नए शेयरों के निर्गम और प्रमुख संकेतकों के लाभ पिछले 18 महीनों में अधिग्रहण किये गये शेयरों के आधार पर अपने मूल्यांकन से जुड़े खुलासे भी करने चाहिए। सेबी का यह
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एक परामर्श पत्र में कहा कि ऐसी कंपनियों को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) की मंजूरी के लिए आवेदन करते समय नए शेयरों के निर्गम और पिछले 18 महीनों में अधिग्रहण किये गये शेयरों के आधार पर अपने मूल्यांकन से जुड़े खुलासे भी करने चाहिए।
सेबी का यह कदम पिछले कुछ प्रमुख संकेतकों के लाभ महीनों में नई प्रौद्योगिकी कंपनियों की तरफ से वित्त जुटाने के लिए आईपीओ लाने के संदर्भ में उठाया गया है। इनमें से कई प्रौद्योगिकी कंपनियों के पास निर्गम लाने से पहले के तीन वर्षों में परिचालन लाभ का कोई ट्रैक रिकॉर्ड भी नहीं रहा था।
ऐसी कंपनियां अमूमन लंबे समय तक लाभ कमा पाने की स्थिति में नहीं पहुंच पाती हैं। इसकी वजह यह है कि 'न नफा न नुकसान' की स्थिति में पहुंचने के पहले भी ये कंपनियां शुरुआती वर्षों में लाभ कमाने के बजाय अपने कारोबार के विस्तार पर जोर देती हैं।
सेबी ने घाटे में चल रहीं कंपनियों के आईपीओ से संबंधित खुलासा प्रावधानों के लिए यह परामर्श जारी करते हुए कहा है कि पांच मार्च तक इस बारे में टिप्पणियां एवं सुझाव भेजे जा सकते हैं।
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प्रमुख संकेतकों के लाभ
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राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) में आपका स्वागत है
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) में आपका स्वागत है
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन - ग्रामीण विकास मंत्रालय का उददेश्य ग्रामीण गरीब परिवारों को देश की मुख्यधारा से जोड़ना और विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये उनकी गरीबी दूर करना है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए मंत्रालय ने जून, 2011 में आजीविका-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) की शुरूआत की थी। आजीविका-एनआरएलएम का मुख्य उददेश्य गरीब ग्रामीणों को सक्षम और प्रमुख संकेतकों के लाभ प्रभावशाली संस्थागत मंच प्रदान कर उनकी आजीविका में निरंतर वद्धि करना, वित्तीय सेवाओं तक उनकी बेहतर और सरल तरीके से पहुंच बनाना और उनकी पारिवारिक आय को बढ़ाना है। इसके लिए मंत्रालय को विश्व बैंक से आर्थिक सहायता मिलती है।
आजीविका-एनआरएलएम ने स्व-सहायता समूहों तथा संघीय संस्थानों के माध्यम से देश के 600 जिलों, 6000 प्रखंडों, 2.5 लाख ग्राम पंचायतों और छह लाख गांवों के 7 करोड़ ग्रामीण गरीब परिवारों (बीपीएल) को दायरे में लाने का और 8 से 10 साल की अवधि में प्रमुख संकेतकों के लाभ उन्हें आजीविका के लिए आवश्यक साधन जुटाने में सहयोग देने का संकल्प किया है, जो एक कार्यक्रम के माध्यम से पूरा होगा। इसके अतिरिक्त गरीब जनता को अपने अधिकारों और जनसेवाओं का लाभ उठाने में, तरह तरह के जोखिम उठाने में और सशकितकरण के बेहतर सामाजिक संकेतकों को समझने में मदद मिलेगी। आजीविका-एनआरएलएम इस बात में विश्वास रखता है कि गरीबों की सहज क्षमताओं का सदुपयोग हो और देश की बढ़ती अर्थव्यवस्था में उनका योगदान हो, जिसके लिए उनकी सूचना, ज्ञान, कौशल, संसाधन, वित्त तथा सामूहिकीकरण से जुड. क्षमताएं विकसित की जाएं।