म्यूचुअल फंड में निवेश अच्छा है या बुरा

पटेल ने अपनी बात के पक्ष में आंकड़े भी दिए. उन्होंने कहा कि छोटी अवधि में शोर-शराबे को नजरअंदाज कर निवेशक लंबी अवधि में अच्छा पैसा बना सकते हैं. पिछले तीन साल में मिडकैप कैटेगरी ने 14.32 फीसदी रिटर्न दिया है. जबकि पांच साल में यह 18.41 फीसदी और 10 साल में 22.53 फीसदी रहा. यानी स्कीम के साथ लंबे समय तक बने रहने का फायदा हुआ.
म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट कैसे करे – आसान हिन्दी में म्यूचुअल फंड में निवेश अच्छा है या बुरा बेहतरीन आर्टिकल्स की एक शुरुआती गाइड
म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट हर एक इन्वेस्टर के बीच काफ़ी लोकप्रिय हैं । जिसका कारण है इससे मिलने वाले फायदे। इसके कईं फायदों में से कुछ सबसे महत्वपूर्ण फ़ायदे नीचे दिए हैं, जो इन्वेस्टर्स को अपनी ओर खींचते है और जिसकी वजह से –
- इन्वेस्टर्स कितनी भी राशि के साथ शुरुआत कर सकते हैं ( 500 जितना कम भी )
- इन्वेस्टर्स, अलग-अलग स्टॉक्स और डेट,गोल्ड जैसे इंस्ट्रूमेंट्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं
- हर महीने ऑटोमेटेड इन्वेस्मेंट्स शुरू कर सकते हैं (SIP)
- डीमैट अकाउंट खोले बिना भी इन्वेस्ट कर सकते हैं
शुरुआती इन्वेस्टर्स के लिए इस म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट गाइड में हमने कुछ आर्टिकल्स को आपके लिए चुना है। जो म्युचुअल फंड को समझने में और कैसे इन्वेस्ट करना शुरू करें, इसमें आपकी मदद करेंगे। हम सुझाव देंगे कि आप इस पेज को बुकमार्क कर लें ताकि आप इन आर्टिकल्स को अपनी सुविधा के अनुसार कभी भी पढ़ सकें।
म्यूचुअल फंड में पहली बार निवेश करने जा रहे हैं तो भूल कर भी न करें ये गलतियां वरना डूब जाएगा पैसा
The redeemed proceeds would be subject to capital gains tax (short-term or long-term) depending on the holding period.
How to Invest in mutual funds : म्यूचुअल फंड में म्यूचुअल फंड में निवेश अच्छा है या बुरा निवेश धैर्य और जोखिम की बेहतर समझ की मांग करता है. अगर आप म्यूचुअल फंड में पहली बार निवेश करने जा रहे हैं तो कुछ बातों को समझ लेना बेहद जरूरी है. हालांकि म्यूचुअल फंड में निवेश ऑप्शन की भरमार और बाजार के मौजूदा हालात को देखते हुए सही फंड का चुनाव आसान नहीं है. फिर भी म्यूचुअल फंड में निवेश से जुड़ी कुछ बुनियादी सावधानियों को ध्यान में रखेंगे तो आपको घाटा नहीं होगा.
पिछला रिटर्न बेहतर रिजल्ट की गारंटी नहीं
म्यूचुअल फंड (Mutual funds) के नए निवेशक सबसे बड़ी गलती फंड के पिछले रिटर्न को देख कर निवेश करने में करते हैं. पिछले रिटर्न को देख कर यह अंदाजा लगाना मुश्किल है कि आगे फंड कैसा प्रदर्शन करेगा. इसके अलावा मार्केट में सही वक्त पर एंट्री भी एक अहम पहलू है. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर निवेशक को बाजार का पहले से अनुभव है तो म्यूचुअल फंड्स में वह लंबे समय तक बना रहता है.
नए निवेशकों के लिए जरूरी है कि शुरू में स्थापित कंपनियों के फंड में निवेश करें. उनके पोर्टफोलियो पर गौर करें और फिर निवेश का फैसला लें. म्यूचुअल फंड में धीरे-धीरे निवेश बढ़ाएं. इसका सबसे अच्छा उपाय एसआईपी ( SIP) के जरिये निवेश करना है. बाजार कैसी भी हालत में हो Systematic Investment Plan यानी एसआईपी के जरिये निवेश सबसे अच्छा तरीका है.
शेयर बाजार के मौजूदा हालात में नए निवेशकों की रणनीति
शेयर बाजार अब तक के सर्वोच्च स्तर पर है. ऐसे में म्यूचुअल फंड के नए निवेशकों को इंडेक्स या लार्ज कैप फंड (Large Cap Mutual funds) में निवेश करना चाहिए. उन्हें मिड-कैप (Mid Cap) और स्मॉल कैप (Small Cap) में निवेश से बचना चाहिए क्योंकि बाजार के उतार-चढ़ाव में ये बुरी तरह प्रभावित होते हैं. अगर कोई निवेशक आज की तारीख में एसआईपी के जरिये म्यूचुअल फंड में 10 हजार रुपये निवेश करना चाहता है तो उसे एक इंडेक्स फंड (Index fund), एक फ्लैक्सी कैप (Flexi Cap fund ) फंड और एक वैल्यू फंड ( Value fund) का चुनाव करना चाहिए ताकि उन्हें डाइवर्सिफिकेशन का फायदा मिल सके.
म्यूचुअल फंड में निवेश छोटी नहीं लंबी अवधि में ही फायदेमंद साबित होता है. सही रिटर्न के लिए सात से दस साल तक समय देना पड़ता है. ज्यादातर निवेश एक साल में ही बेहतर रिटर्न की उम्मीद रखते हैं. लेकिन इतनी कम अवधि का रिटर्न देख कर म्यूचुअल फंड में निवेश की रणनीति बनाना ठीक नहीं है.
बैलेंस्ड एडवांटेज फंड में निवेश से हो सकता है फायदा
विशेषज्ञों के मुताबिक बैलेंस्ड एडवाइंटेज फंड नए निवेशकों के लिए सही रणनीति हो सकता है. बैलेंस्ड एडवांटेज फंड को डायनैमिक एसेट एलोकेशन फंड भी कहा जाता है. इसमें मार्केट कंडीशन के आधार पर 30 से 80 फीसदी इक्विटी एलोकेशन किया जाता है. अगर कोई नया निवेशक लंबी अवधि निवेश की योजना बनाता है तो भी उसे बैलेंस्ड एडवांटेज फंड में ही निवेश की सलाह दी जाती है.
Get Business News in Hindi, latest India News in Hindi, and other breaking news on share market, investment scheme and much more on Financial Express Hindi. Like us on Facebook, Follow us on Twitter for latest financial news and share market updates.
Mutual Fund: लंबी अवधि में बनाना है बड़ा फंड? किन स्कीम्स में करना चाहिए निवेश
Mutual Fund Long Term Investment Strategy: एक्सपर्ट मानते हैं कि म्यूचुअल फंड में लॉन्ग टर्म ग्रोथ हासिल करने के लिए सही फंड/स्कीम में पैसा लगाना जरूरी है. इसलिए अपने लक्ष्यों को देखते हुए सही स्कीम चुनना बहुत जरूरी है.
लंबी अवधि में अच्छा-खासा फंड बनाना चाहते हैं, तो म्यूचुअल फंड एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है. (Representational Image)
Mutual Fund Long Term Investment Strategy: म्यूचुअल फंड निवेश को लेकर पिछले कुछ सालों में निवेशकों का रुझान काफी तेजी से बढ़ा है. लंबी अवधि के लक्ष्य के साथ म्यूचुअल फंड में निवेश पर कम्पाउंडिंग के साथ-साथ रुपी कॉस्ट एवरेजिंग का फायदा निवेशकों को होता है. म्यूचुअल फंड की खासियत यह है कि आप एकमुश्त निवेश के अलावा SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के जरिए मंथली निवेश भी कर सकते हैं. अगर लंबी अवधि में अच्छा-खासा फंड बनाना चाहते हैं, तो म्यूचुअल फंड एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है. एक्सपर्ट मानते हैं कि म्यूचुअल फंड में लॉन्ग टर्म ग्रोथ हासिल करने के लिए सही फंड/स्कीम में पैसा लगाना जरूरी है. इसलिए अपने लक्ष्यों को देखते हुए सही स्कीम चुनना बहुत जरूरी है.
कहां निवेश करना बेहतर?
एडलवाइज एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड (EAML) के हेड (सेल्स) दीपक जैन का कहना है, ''मेरा मानना है कि किसी भी लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए डायवर्सिफाइड फंड जैसेकि लॉर्ज एंड मिडकैप या बैलेंस्ड एडवांटेज फंड्स बेहतर हैं. इसके अलावा, यूएस टेक, आसियान या ग्रेटर चाइना जैसे कुछ इंटरनेशनल फंड्स में निवेश करने का यह बुरा समय नहीं हैं.''
एसोसिएशन ऑफ रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स (ARIA) के वाइस-चेयरमैन विशाल धवन कहते हैं, जब भी लंबी अवधि के नजरिए से म्यूचुअल फंड स्कीम्स की बात आती है, तो एक पैसिव इंडेक्स फंड्स और भारतीय स्माल कैप फंड्स के के बेहतर कॉम्बिनेशन का इस्तेमाल करना चाहिए. उनका कहना है, लंबी अवधि में अच्छे रिटर्न के लिए म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो में निफ्टी 50 और S&P 500/MSCI वर्ल्ड इंडेक्स आधारित पैसिव इंडैक्स फंड और भारतीय स्माल कैप फंड्स (10 फीसदी) का कॉम्बिनेशन रखना चाहिए. ये सभी निवेश STPs/SIPs के जरिए करना चाहिए, जिससे कि रुपी कॉस्ट एवरेजिंग का फायदा मिल सके.
लगातार 18वें महीने रहा इनफ्लो
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के डेटा के मुताबिक, अगस्त महीने में इक्विटी म्यूचुअल फंड में महज 6,120 करोड़ रुपये का निवेश आया था, जो पिछले 10 महीने में सबसे कम रहा. हालांकि, बाजार में भारी उठापटक के बावजूद इक्विटी म्यूचुअल फंड में पॉजिटिव इनफ्लो लगातार 18वें महीने बना रहा. डेटा के मुताबिक, अगस्त में इक्विटी फंड में 6,120 करोड़, जुलाई में 8,898 करोड़ और जून में 18,529 करोड़ का निवेश आया था. मई में यह आंकड़ा 15,890 करोड़ का रहा था.
दूसरी ओर, इंट्रेस्ट रेट में बढ़ोतरी के बीच डेट फंड के निवेश में भारी उछाल आया है. अगस्त महीने में डेट म्यूचुअल फंड में 49164 करोड़ रुपये का निवेश आया, जो जुलाई में 4930 करोड़ रुपये के निवेश से काफी अधिक है. कुल मिलाकर, म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री ने जुलाई में 23,605 करोड़ रुपये के मुकाबले अगस्त में 65,077 करोड़ रुपए का नेट इनफ्लो दर्ज किया.
Investment Tips: म्यूचुअल फंड में लगाए पैसे को कब निकालना चाहिए, किन फैक्टर को ध्यान में रखना चाहिए
SIP का एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) बढ़कर 5.44 लाख करोड़ रुपये हो गया है.
बाजार में अगर आप सही समय पर पैसा नहीं निकालते हैं तो अपना मुनाफा गंवा सकते हैं. इसलिए शेयर या म्यूचुअल फंड होल्डिंग्स सही समय पर बेचना जरूरी है. आइए विशेषज्ञों से जानते पैसा कब और किस स्टेज पर निकालना चाहिए.
- News18Hindi
- Last Updated : October 30, 2021, 16:37 IST
Mutual Fund Investment: शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड में सही समय पर पैसा लगाना जितना महत्वपूर्ण है उतना ही जरूरी सही समय पर पैसा निकालना भी है. बाजार में अगर आप सही समय पर पैसा नहीं निकालते हैं तो अपना मुनाफा गंवा सकते हैं. इसलिए शेयर या म्यूचुअल फंड होल्डिंग्स सही समय पर बेचना जरूरी है.
म्यूचुअल फंड में आपने जो पैसा लगाया है उसे निकालने के लिए बाजार की परिस्थिति को आधार नहीं बनाना चाहिए. विशेषज्ञ बताते हैं कि निवेश को अपने लक्ष्य के साथ जोड़ना चाहिए और यदि लक्ष्य हासिल हो जाए तो ही म्यूचुअल फंड यूनिट को बेचना चाहिए. इसके अलावा भी कुछ फैक्टर हैं जिनको ध्यान में रखते हुए एक्सपर्ट म्यूचुअल फंड से एग्जिट करने की सिफारिश देते हैं.
म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए कोई भी समय अच्छा या बुरा नहीं : रूपेश पटेल
इस बात को उन्होंने थोड़ा और समझाया कि क्यों यह शेयर बाजार में निवेश के लिए मुफीद समय है. पटेल ने कहा, "जीएसटी और इंसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड दो बड़े सुधार हैं. भारतीय इक्विटी बाजार बेहद आकर्षक स्थिति में हैं. यहां पैसा बनाने के अच्छे अवसर हैं."
आगामी लोकसभा म्यूचुअल फंड में निवेश अच्छा है या बुरा चुनाव और शेयर बाजार को इन दिनों अलग-अलग नहीं किया जा सकता है. पटेल ने कहा कि अस्थिरता बाजार का हिस्सा है. इस पर किसी न किसी घटना का असर पड़ता ही है.
पटेल ने सलाह दी, "अगर आप शेयर बाजार से पैसा बनाना चाहते हैं तो अस्थिरता से गुजरना ही होगा. मार्केट की टाइमिंग का पता लगाने का कोई फायदा नहीं है." वह मानते हैं कि निवेशकों के निवेश का फैसला चुनाव जैसी निकट अवधि की घटनाओं पर आधारित नहीं होना चाहिए.