क्या क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना कानूनी है?

क्रिप्टोकरेंसी में इन्वेस्ट करने से पहले जान लें, क्या हैं आंख बंद कर निवेश करने के खतरे
भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट में जब क्रिप्टोकरेंसी से हुई इनकम को आयकर के दायरे में लाने की घोषणा की, तब से डिजिटल करेंसी की चर्चा हो रही है. डिजिटल संपत्तियों को टैक्स की जांच के दायरे में लाकर सरकार ने अपनी मंशा जाहिर कर दी है कि वह इस मुद्रा पर प्रतिबंध लगाने के मूड में नहीं है. हालांकि, यह देखना बाकी है कि इसे कब कानूनी मान्यता दी जाएगी. आर्थिक क्षेत्र में नई डिजिटल करेंसी के आने के बाद जरूरी है कि हम डिजिटल करेंसी में निवेश करने के तौर तरीकों को सही से समझें.
हैदराबाद: लोगों के फाइनेंशियल स्टेटस को बेहतर बनाने और कुछ ग्लोबल इनवेस्टर्स के फॉल में डिजिटल करेंसी का बड़ा योगदान रहा है. उदाहरण के लिए, लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन दो बार ऑल टाइम हाई लेवल पर पहुंच गया. पिछले साल मई में बिटकॉइन के एक सिक्के की कीमत 51 लाख रुपये तक पहुंच गई थी, जिसके बाद इसमें तेजी से गिरावट आई. नवंबर में यह फिर से बढ़कर 54 लाख रुपये का हो गया. फिलहाल इसकी कीमत 35 लाख रुपये के करीब है. चूंकि बिटकॉइन सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है, इसलिए इसकी कीमत में उतार-चढ़ाव अन्य क्रिप्टोकरेंसी को भी प्रभावित करता है. कई फाइनेंशियल एक्सपर्ट क्रिप्टो को 'बुलबुला' बताकर खारिज कर दिया. इसके बावजूद कई लोगों का मानना है कि उन्होंने बड़ी रकम कमाने का एक अच्छा मौका गंवा दिया. क्या आपके विचार भी ऐसे ही हैं.
एक संपत्ति के रूप में क्रिप्टो करेंसी (As an asset)
वर्तमान में हमारे देश भारत में क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी संपत्ति के रूप में मान्यता नहीं है. इन सिक्कों से अर्थव्यवस्था के लिए खतरा पैदा होने की आशंका है. कई भारतीय निवेशक इसमें निवेश करना चाहते हैं. कई लोगों का मानना है कि इसके जरिये लेन-देन भी किया जाए. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि कुछ देशों के व्यापारी क्रिप्टोकरेंसी से भुगतान स्वीकार करते हैं. पर सच यह है कि बतौर संपत्ति क्रिप्टोकरेंसी की कोई कीमत नहीं होती है. ब्लॉकचेन टेक्नॉलजी की ओर से संचालित इस करेंसी में निवेश सट्टे की तरह है, जिसमें आप भरोसा करते हैं कि वह आपके इन्वेस्टमेंट का अधिक भुगतान करेगा. क्रिप्टो से व्यापार के लिए कई एक्सचेंज उपलब्ध हैं. आप उनमें से किसी के साथ रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं और इसे भारतीय रुपये में पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं. इसके जरिये आप क्रिप्टो करेंसी की ट्रेडिंग भी शुरू कर सकते हैं. क्रिप्टो में निवेश करना आसान है, लेकिन इसके लिए सतर्क रहना भी जरूरी है.
पर्सनल रिसर्च (Personal research)
इन दिनों वर्चुअल बाजार में हजारों क्रिप्टो करेंसी उपलब्ध हैं. हर क्रिप्टो करेंसी जटिलता और अस्पष्टता से भरी हुई है. जब आप क्रिप्टो में निवेश करना चाहते हैं, तो अपनी मेहनत की कमाई को लगाने से पहले इसका डिटेल स्टडी करें. क्रिप्टो फोरम में भाग लेने के साथ-साथ इस पर उपलब्ध अधिक से अधिक सामग्री का अध्ययन करें. एक ओर, लोगों के पास किसी भी क्रिप्टो के बारे में 100 प्रतिशत विश्वसनीय जानकारी नहीं है, दूसरी ओर, कुछ क्रिप्टोकरेंसी निवेशक के साथ धोखाधड़ी भी कर रहे क्या क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना कानूनी है? हैं. ऐसे में विश्वसनीय क्रिप्टो की तलाश करना जरूरी है. इसके अलावा इसमें शामिल हाई रिस्क को ध्यान में रखते हुए डिजिटल करेंसी में निवेश करना शुरू करें.
क्रिप्टो में निवेश कम से कम करें (Minimise investment)
यह सबको पता है कि हमारा इन्वेस्टमेंट व्यापक होना चाहिए. अपने निश्चित फाइनेंशियल गोल को हासिल करने के लिए, अचल संपत्ति, सोना, इक्विटी, म्यूचुअल फंड, छोटी बचत योजनाओं, बैंक डिपोजिट में मिला-जुलाकर इनवेस्ट करना चाहिए. निवेश मोटे तौर पर लाइफ गोल, रिस्क लेने की क्षमता और होने वाली इनकम पर आधारित होता है. यह आपको तय करना होता है कि किस फोलियो में कितना निवेश किया जाएगा. जीवन में इन्वेस्टमेंट की शुरुआत करने वालों और छोटे निवेशकों के लिए क्रिप्टोकरेंसी से दूर रहना बेहतर है. क्रिप्टोकरेंसी के लिए अपने इन्वेस्टमेंट बजट का एक प्रतिशत ही निवेश करें ताकि नुकसान होने क्या क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना कानूनी है? की स्थिति में इसकी भरपाई आसानी हो जाए.
काफी अस्थिर है क्रिप्टो ( Quite unstable)
रिपोर्टस के अनुसार, क्रिप्टो करेंसी का बाजार दो ट्रिलियन डॉलर का है. इसकी कीमतों में हर दिन हर पल बदलाव होता है, इसलिए यह सबसे अधिक अस्थिर संपत्ति में से एक माना जाता है. इसके अस्थिर होने का दूसरा कारण यह है कि अधिकांश क्रिप्टोकरेंसी सट्टेबाजों द्वारा चलाई जाती हैं. अगर कुछ दिनों के लिए इन्वेस्टमेंट चेन में गड़बड़ी होती है तो निवेशकों को बड़ा नुकसान हो जाता है. यह उन लोगों के लिए नहीं है, जो उतार-चढ़ाव और नुकसान को सहन नहीं कर सकते. यह ऐसे निवेशकों के लिए भी नहीं है, जो अपने-अपने जीवन में कुछ लक्ष्यों को पूरा करने के लिए इन्वेस्टमेंट और बचत कर रहे हैं. डिजिटल करेंसी में निवेश करने के लिए कभी भी पैसे उधार नहीं ले. क्योंकि बैंकों में फिक्स डिपॉजिट का 5 लाख रुपये तक बीमा किया जाता है, लेकिन क्रिप्टो निवेश के लिए ऐसी सुरक्षा की गारंटी नहीं है.
लालच से बचें (Avoid greediness.)
क्रिप्टो बाजार किसी भी रूल-रेगुलेशन से बंधे नहीं हैं. इसमें निवेश के जरिये पैसे को दोगुना करना जितना आसान है, वैसे ही आपके इनवेस्ट की गई रकम का हवा में गायब होना भी आसान है.
एक्सपर्ट बताते हैं कि हाई रिस्क वाले बाजार में काम करते समय लालच और भय से बचें. यदि आप प्लानिंग के अनुसार अपने निवेश का 50% कमाते हैं, तो बाजार से बाहर निकल जाएं, क्योंकि इसमें बेशुमार फायदा की गारंटी गारंटी नहीं है या पूरी राशि के खोने की संभावना भी ज्यादा है. इसमें कोई शक नहीं, क्रिप्टो इन दिनों अच्छा रिटर्न दे रहा है. कुछ नए निवेशक बाजार में उपलब्ध छोटी क्रिप्टो करेंसी में भी निवेश कर रहे हैं, मगर ध्यान रखें इसमें मोटी कमाई के साथ बड़ा जोखिम भी जुड़ा है. 1 अप्रैल से क्रिप्टोक्यूरेंसी लेनदेन पर लाभ पर बिना किसी छूट के 30 प्रतिशत इनकम टैक्स लगेगा. Bankbazaar.com के सीईओ आदिल शेट्टी का कहना है कि टैक्स से बचने के लिए अवैध तरीकों का सहारा न लें, जिससे और मुश्किलें आ सकती हैं.
फीचर आर्टिकल: क्रिप्टोकरेंसी की भारत में स्थिति और निवेशकों का भविष्य
पिछले कुछ समय में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश सबसे हॉट इन्वेस्टमेंट के रूप में उभरा है। खासकर युवा निवेशकों के बीच यह तेजी से लोकप्रिय हुआ है। परंपरागत रूप से सुरक्षित तरीके से पैसा लगाने वाले निवेशक भी इसमें लगातार दिलचस्पी ले रहे हैं।
जहां एक और ब्लॉकचेन की मुख्य भूमिका वाले वेब 3.0 की बात हो रही है, वहीं देश में स्टार्टअप कल्चर भी तेजी से पैर पसार रहा है। ऐसे में दुनिया की सबसे अधिक युवा आबादी वाले देशों में शुमार भारत इस कल्चर को तेजी से अपना रहा है और ब्लॉकचेन आधारित तकनीकों पर बहुत अधिक ध्यान दिया जा रहा है।
क्रिप्टो टैक्स: क्रिप्टो निवेश अब मुख्यधारा में आ चुका है
भारत में क्रिप्टोकरेंसी निवेशक हमेशा से इस बात को लेकर आशंकित रहे हैं कि देश में यह निवेश कानूनी रूप से वैध है या नहीं! इसी धारणा को स्पष्ट करने के लिए पहली बार देश में इस साल के बजट में क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स की बात की गई है।
इस वर्ष के बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की कि क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर अब 30 प्रतिशत कर लगेगा। कराधान उद्देश्य के लिए, क्रिप्टोकरेंसी को अब वर्चुअल डिजिटल एसेट (VDA) की परिभाषा में शामिल कर लिया गया है।
इसके अलावा, लेन-देन के विवरण को विनियमित और कैप्चर करने के लिए क्रिप्टो एक्सचेंज या किसी अन्य भुगतानकर्ता द्वारा क्रिप्टोकरंसी के विक्रेता से 1 प्रतिशत टीडीएस की कटौती का भी प्रावधान किया गया है, यदि कुल भुगतान 10,000 रुपए वार्षिक से ऊपर है। यह प्रावधान 1 जुलाई 2022 से लागू किए जा रहे हैं।
इस तरह से कहा जा सकता है कि अब भारत में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश पूरी तरह से कानूनी रूप से वैध हो चुका है। जहां तक अधिक कर की बात है तो यह एक लचीली व्यवस्था है। यह शुरुआती समय है और आने वाले समय में इस पर अधिक विचार किया जाएगा। इसके बाद निवेशकों को हित को देखते हुए इसमें आवश्यक बदलाव किए जा सकते हैं।
भारत बन रहा वेब 3.0 हब
वेब3 या वेब 3.0 एक नई शब्दावली है, जो ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है। इसका अर्थ एक ऐसे इंटरनेट स्पेस से है, जो विकेन्द्रीकृत प्रक्रिया को बढ़ावा देता है। सरल शब्दों में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के पास इंटरनेट चरण के स्वामी होने की शक्ति होती है। इसके अनुसार इंटरनेट की दुनिया में आम इंटरनेट उपयोगकर्ता शेयरधारक होंगे।
वेब 3.0 मूल रूप से यह निर्धारित करता है कि किसी दिए गए इंटरनेट व्यापार पारिस्थितिकी तंत्र में भाग लेने वाले सभी विभिन्न हितधारक अपने डेटा पर नियंत्रण कैसे बनाए रखते हैं। अच्छी बात यह है कि भारत धीरे-धीरे वेब 3.0 अर्ली एडॉप्टर के रूप में विकसित हो रहा है, जिसमें पूरे देश में कार्यक्रमों की योजना तेजी से बनाई जा रही है।
वेब 3.0 में इकोसिस्टम के लिए क्रिप्टो एसेट की जरूरत होती है और यही वजह है कि वेब 3.0 क्रिप्टो करेंसी के अभाव में सफल नहीं हो सकता। नए इकोसिस्टम में एक्सचेंज के मीडियम के रूप में क्रिप्टोकरेंसी का होना जरूरी है। यही कारण है कि वेब 3.0 का क्रेज क्रिप्टो व्यापार को और आगे ले जाएगा।
भारत में क्रिप्टो निवेश: लगातार विकास के पथ पर अग्रसर
भारत में क्रिप्टो निवेशक और HODLers उत्साहित हैं और आशावाद से भरे हुए हैं। HODLers क्या क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना कानूनी है? शब्द का चलन क्रिप्टो करेंसी को खरीदकर उसे लंबे समय तक होल्ड करने वाले लोगों के लिए किया जाता है। भारत में क्रिप्टो को वैधानिक मान्यता मिलने, वेब 3.0 को जल्दी अपनाने की स्पर्धा और निवेश के लिए आधुनिक विकल्प ने अग्रणी क्रिप्टो एक्सचेंजों रजिस्टर्ड यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ाई है।
कॉइनस्विच कुबेर प्लेटफॉर्म पर 15 मिलियन यानी डेढ़ करोड़ से अधिक यूजर्स हैं और कंपनी अपनी वर्कफोर्स को दिसंबर 2022 तक 1000 तक पहुंचाना चाहती है। कॉइनस्विच भारत का पहला ऐसा क्या क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना कानूनी है? क्रिप्टो एक्सचेंज होगा, जो अपनी टीम में वेब 3.0 इंजीनियर्स की भर्ती करेगा। इसके अलावा क्रिप्टो के निवेशक इस वजह से भी बढ़ रहे हैं क्योंकि लोग बड़े पैमाने पर निवेश के दूसरे विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।
इसमे शामिल है: एनएफटी, मेटावर्स-संचालित निवेश और डिफाइ-आधारित निवेश।
कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि भारत में क्रिप्टो में काफी संभावनाएं हैं। निवेशकों की दिलचस्पी के साथ ही वेब 3.0 के विकास की वजह से क्रिप्टो समय की मांग बन चुके हैं। आधुनिक युग में नवीनतम तकनीकों के साथ यदि किसी निवेश को सबसे अधिक पसंद किया जा रहा है तो वह क्रिप्टो निवेश ही है।
संसद टीवी संवाद
क्रिप्टोकरेंसी वर्तमान क्या क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना कानूनी है? वित्तीय दुनिया में हो रहे बहुत सारे तकनीकी परिवर्तनों में से एक का उदाहरण है और अब नई चुनौतियों को स्वीकार करने के साथ-साथ प्रतिभूति बाज़ार सहित मुद्रा बाज़ारों के लिये एक नए एकीकृत विनियमन की अनुमति देने का मौका है।
यह डिजिटल तकनीक में एक नई क्रांति पैदा कर सकती है जिसे भारत खोना नहीं चाहेगा, लेकिन साथ ही वह आंतरिक सुरक्षा और अन्य संबंधित मुद्दों को लेकर भी जोखिम नहीं उठा सकता है।
विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)
“ब्लॉकचेन क्या क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना कानूनी है? टेक्नोलॉजी” के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (वर्ष 2020)
भारतीय खरीदारों के लिए क्या है क्रिप्टो करेंसी बिल का मतलब?
वैश्विक स्तर पर बिटकॉइन का भाव सातवें आसमान पर है. भारत में सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक विधेयक पेश करने वाली है. क्रिप्टो करेंसी पर सरकार ने साल 2019 में एक समिति का गठन किया था. इस समिति ने अपनी रिपोर्ट दे दी है.
इसके आधार पर क्रिप्टो करेंसी बिल का मसौदा बना है. हालांकि, इसमें कुछ बदलाव हो सकते हैं. जानिए 2019 में आए इस मसौदे में क्या था खास और क्या होगा आप पर इसका असर:
Cryptocurrency में निवेश का बना लिया है मन तो Crypto 101 के बारे में जान लें सबकुछ, वरना हो सकती है दिक्कत!
बिटकॉइन सबसे अधिक कारोबार वाली क्रिप्टोकरेंसी है जिसके बारे में हर कोई जानता है और बात करता है, लेकिन यह एकमात्र तरह की क्रिप्टोकरेंसी नहीं है। लिटकोइन, पोलकाडॉट, चेनलिंक, मूनकॉइन, शिबा इनु, डॉगकॉइन आदि भी क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं।
क्रिप्टोकरेंसी के लिए फिलहाल क्या क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना कानूनी है? भारत में कोई कानून नहीं है।
महब कुरैशी. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जिसकी सबसे बड़ी वजह है कि, इसमें शेयर बाजार के विपरीत तेजी से उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। ऐसे में बहुत से लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करके बड़ा लाभ कमाया है। वहीं जिन लोगों ने अभी तक इसमें कभी निवेश नहीं किया है। अब वह भी बिटकॉइन, डॉगकोइन और एथेरियम जैसी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहते हैं। आपको बता दें क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत हुए अभी केवल 10 साल ही पूरे हुए है। लेकिन इसके बावजूद इसमें लोगों की रूचि दिन दूनी रात चौगनी बढ़ रही है। ऐसे में अगर आप भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की सोच रहे हैं। तो आपको इस खबर को पूरा पढ़ना चाहिए। क्योंकि इसके बिना आपको तकड़ा नुकसान हो सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी क्या हैं?
क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल संपत्ति हैं- जिनका उपयोग आप निवेश के रूप में और यहां तक कि ऑनलाइन खरीदारी के लिए भी कर सकते हैं। यह क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित है, जिससे नकली या दोहरा खर्च करना लगभग असंभव हो जाता है। लेकिन यहां पर ये ध्यान देने वाली बात है कि, क्रिप्टोकरेंसी भौतिक रूप से मौजूद नहीं है, जिसका अर्थ है कि आप एक बिटकॉइन नहीं उठा सकते हैं और इसे अपने हाथ में पकड़ सकते हैं। और भारतीय रुपये के विपरीत, कोई केंद्रीय प्राधिकरण नहीं है जो क्रिप्टोकरेंसी के मूल्य को बनाए रखता है।
इसके अलावा, क्रिप्टोक्यूरेंसी के प्रत्येक सिक्के में प्रोग्राम या कोड की एक अनूठी लाइन होती है। इसका मतलब है कि इसे कॉपी नहीं किया जा सकता है, जिससे उन्हें ट्रैक करना और पहचानना आसान हो जाता है।
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यह कैसे काम करती है?
क्रिप्टोकरेंसी को सरकार जैसे केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा समर्थित नहीं किया जाता है। इसके बजाय, ये कंप्यूटर की एक श्रृंखला में चलते हैं। यह बिना किसी बिचौलिए के वेब पर पीयर-टू-पीयर से एक्सचेंज किया जाता है। क्रिप्टोकरेंसी का विकेंद्रीकरण किया जाता है – जिसका मतलब है कि कोई भी सरकार या बैंक यह प्रबंधित नहीं करता है कि वे कैसे बने हैं, उनका मूल्य क्या है, या उनका आदान-प्रदान कैसे किया जाएगा। सभी क्रिप्टो लेनदेन क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित हैं – जिसका अर्थ है कि यह केवल बेचने वाले और खरीदने वाले को इसकी सामग्री देखने की अनुमति होती है।
आप क्रिप्टोकरेंसी को कैसे स्टोर कर सकते हैं?
क्रिप्टोकरेंसी को ऑनलाइन ‘वॉलेट’ में स्टोर किया जा सकता है, जिसे आपकी ‘private key’ के यूज से एक्सेस किया जा सकता है। अगर इसे समझा जाए तो क्या क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना कानूनी है? एक सुपर-सुरक्षित पासवर्ड के बिना क्रिप्टो को एक्सचेंज नहीं किया जा सकता।
किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद है?
बिटकॉइन सबसे अधिक कारोबार वाली क्रिप्टोकरेंसी है जिसके बारे में हर कोई जानता है और बात करता है, लेकिन यह एकमात्र तरह की क्रिप्टोकरेंसी नहीं है। लिटकोइन, पोलकाडॉट, चेनलिंक, मूनकॉइन, शिबा इनु, डॉगकॉइन आदि भी क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं। कॉइनमार्केट कैप के अनुसार, वर्तमान में 6,000 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं।
क्रिप्टो कैसे खरीदें और बेचें?
इस सवाल का जवाब भी अब आसान हो गया है। बढ़ती लोकप्रियता के चलते अब बाजार में ढेरो क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म्स हैं। ऐसे में देश में Bitcoin और Dogecoin जैसी क्रिप्टोकरेंसी को खरीदना और बेचना काफी आसान है। पॉपुलर प्लेटफॉर्म्स में WazirX, Zebpay, Coinswitch Kuber और CoinDCX GO के नाम शामिल हैं। इन्वेस्टर्स Coinbase और Binance जैसे इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म्स से Bitcoin, Dogecoin और Ethereum जैसी दूसरी क्रिप्टोकरेंसी भी खरीद सकते हैं।
सबसे खास बात यह है कि खरीदारी के ये सभी प्लेटफॉर्म चौबीसों घंटे खुले रहते हैं। क्रिप्टोकरेंसी को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया भी काफी आसान है। आपको केवल इन प्लेटफॉर्म्स पर साइन अप करना होगा। इसके बाद अपना KYC प्रोसेस पूरा कर वॉलेट में मनी ट्रांसफर करना होगा। इसके क्या क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना कानूनी है? बाद आप खरीदारी कर पाएंगे।
क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार का रूख क्या है?
फिलहाल, भारत में क्रिप्टोकरेंसी को कवर करने वाली कोई कानून नहीं है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि क्रिप्टोकरेंसी का मालिक होना अवैध है। इस बीच, भारत को अभी तक आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2021 के क्रिप्टोक्यूरेंसी और विनियमन को प्रस्तुत करना बाकी क्या क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना कानूनी है? है, जो “आधिकारिक डिजिटल मुद्रा” के शुभारंभ के लिए नियामक ढांचा तैयार करेगा, इसे संसद के बजट सत्र में पेश किया जाना था, लेकिन हितधारकों के साथ चर्चा के चलते इसे टाल दिया गया। आपको बता दें अब तक, केवल कुछ देशों ने क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी तौर पर स्वीकार किया है और यह सूची काफी छोटी है।