विशेषज्ञ बोले

घंटों के अनुसार ट्रेड लगाना

घंटों के अनुसार ट्रेड लगाना
6. D.C मोटर, इस सिद्धान्त पर कार्य करती है कि -

How to Select Stocks for Swing Trading in Hindi

आईटीआई सामान्य विज्ञान एवं ट्रेड ज्ञान (इलेक्ट्रिशियन)

2. किसी D.C. मोटर को जब स्टार्ट किया जाता है तो आप पाते हैम कि वह एक झटके के साथ आरम्भ होती है । इस प्रभाव के लिए क्या दोष जिम्मेदार हो सकता है?

(क) लाइन वोल्टेज बहुत अधिक है (ख) फील्ड वाइंडिंग का शॉर्ट सर्किट होना (ग) गर्तमय स्टार्टर संपर्क टर्मिनल (घ) कार्बन ब्रुशों की गलत श्रेणियाँ

3. एक FET एम्पलीफायर की लब्धि (गेन) निम्न को परिवर्तित करके बदला जा सकता है -

(क) गेट प्रतिरोध (ख) gm (ग) Ra (घ) इनमें से कोई नहीं

4. एक DC मोटर के घूर्णन की गति

(क) फ्लेमिंग का दाँये हाथ का नियम (ग) एम्पेयर का दाँये हाथ के ग्रिप का नियम के द्वारा निर्धारित की जाती है। (ख) फ्लेमिंग का बाँये हाथ का नियम (घ) मैक्सवेल का कॉर्क स्क्रू नियम

5. एक 220 V की DC मशीन की आर्मेचर प्रतिरोधकता 0.5 ओम की है। आर्मेचर धारा 20 एम्पेयर है। मशीन निम्न के समान के समान कार्य करता है- (i) जनरेटर (ii) मोटर, तो उसका पश्च विद्युतवाहक बल क्रमशः होगी -

आटा, मैदा और सूजी के घंटों के अनुसार ट्रेड लगाना निर्यात पर सरकार ने लगाया प्रतिबंध


नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने आटा, साबुत आटा, मैदा और सूजी के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है. ऐसा इन उत्पादों की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए किया घंटों के अनुसार ट्रेड लगाना गया है. सरकार की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, गेहूं या मेसलिन का आटा, मैदा, साबुत आटा और सूजी के निर्यात को मुक्त से प्रतिबंधित किया जाता है. सूजी में रवा और सिरगी भी शामिल हैं. सरकार की ओर से यह आदेश डायरेक्टरेट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड ने जारी किया है.

हालांकि, सरकार की अनुमति के साथ अब घंटों के अनुसार ट्रेड लगाना कुछ मामलों में निर्यात किया जा सकेगा. जारी आदेश में कहा गया है कि फॉरेन ट्रेड पॉलिसी 2015-20 के ट्रांजिशनल अरेजमेंट्स संबंधी प्रावधान इस नोटिफिकेशन के तहत लागू नहीं होंगे. आपको बता दें कि इससे पहले 25 अगस्त को सरकार ने गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया था. यह फैसला आर्थिक मामलों की कैबिनटे कमिटी (CCEA) ने किया था.

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क्यों रोकना पड़ा था गेहूं घंटों के अनुसार ट्रेड लगाना का निर्यात
रूस और यूक्रेन युद्ध ही इसका कारण बने. दोनों की देश गेहूं के सबसे बड़े निर्यातक हैं और इनके बीच युद्ध से दुनियाभर में गेहूं की सप्लाई बाधित हो गई. इसलिए भारत से गेहूं निर्यात की मांग बढ़ गई. निर्यात बढ़ने के कारण भारत में गेहूं की कीमत ऊपर जाने लगी और इस पर लगाम लगाने के लिए निर्यात प्रतिबंधित कर दिया गया.

हालांकि, इससे विदेशों में आटे की मांग में तेजी आ गई. इस साल अप्रैल-जुलाई के दौरान आटे की मांग में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 200 फीसदी अधिका का उछाल देखा गया. भारत ने 2021-22 में 24.6 करोड़ डॉलर का आटा निर्यात किया था. जबकि इस वित्त वर्ष केवल अप्रैल-जुलाई में ही 12.8 करोड़ डॉलर का आटा निर्यात कर दिया.

कीमतों में 22 फीसदी तक की तेजी
मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, गेहूं की आपूर्ति घटने और मांग बढ़ने के कारण देश समें 22 अगस्त 2022 को इसकी खुदरा कीमत में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 22 फीसदी का उछाल देखने को मिला. 22 अगस्त को गेहूं खुदरा बाजार में 31.04 रुपये प्रति किलो बिक रहा था जबकि पिछले अगस्त में इसकी कीमत 25.41 रुपये थी. वहीं, आटे की कीमत में इस दौरान 17 फीसदी की तेजी देखने को मिली.

फैक्टरी कर्मचारी ले सकेंगे घंटों के अनुसार ट्रेड लगाना 100 घंटे तक ओव्हर टाइम

प्रदेशके कारखानों में काम कर रहे लगभग 10 लाख कर्मचारियों को यह अच्छी खबर है। अब वे महीने में 100 घंटों के अनुसार ट्रेड लगाना घंटे तक का ओव्हर टाइम ले सकेंगे। अभी तक उन्हें 48 घंटे तक का ही ओव्हर टाइम लेने की पात्रता थी। राज्य सरकार इस नई व्यवस्था को लागू करने तीस साल बाद श्रम कानूनों में परिवर्तन करने जा रही है। इस मामले को आगामी कैबिनेट की बैठक में प्रस्ताव लाया जाएगा। यह बदलाव केंद्रीय कानून में राज्य सरकार को मिले अधिकारों के तहत किए जा रहे हैं। इस प्रस्ताव को अंतिम मंजूरी के लिए केंद्र सरकार को भेजा जाएगा।

राज्य सरकार अक्टूबर में इंदौर में होने जा रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के पहले श्रम कानूनों को सरल करना चाहती है, ताकि प्रदेश में इंवेस्टर्स को उद्योग लगाने में श्रम कानूनों से संबंधित दिक्कतें आए। इसके लिए इंस्पेक्टर राज पर खात्मा लगाया जाना है। इसके तहत उद्योगों में पांच साल तक इंस्पेक्टर निरीक्षण नहीं कर सकेंगे। उद्योगपति स्वयं सेल्फ असेस्मेंट कर सरकार को देंगे। अभी तक लेबर इंस्पेक्टर के आकस्मिक निरीक्षण से कारखानों के मालिकों को दिक्कतें होती थी। इसकी घंटों के अनुसार ट्रेड लगाना राज्य सरकार से भी शिकायतें की गई थी।

How to Select Stock for Swing Trading? | स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुनें?

बाजार की दिशा: ट्रैड करते समय कुछ ट्रेडर्स मार्केट की स्थिति के अनुसार भी स्टॉक को चुनते हैं इसके लिए कंपनी के स्तिथि, उससे संबधित खबरों पर नजर रखनी चाहिए| कोशिश करे कि बेहतर प्रदर्शन कर रहे स्टॉक को ही चुना जाएI

तरलता या लिक्विडिटी: तरलता स्विंग ट्रेडर्स के लिए एक अच्छा पैमाना हो सकती हैं, अच्छी लिक्विडिटी का अर्थ है ऐसे स्टॉक जोकि ट्रेड मार्केट में बहुत बड़ी मात्रा में खरीदे या बेचे जाते हैं, ये प्रदर्शित करते है कि स्टॉक कि मांग बाजार में अच्छी है, अच्छे तरलता वाले स्टॉक अपेक्षाकृत कम जोखिम के साथ आते हैI

अन्य स्टॉक के साथ तुलना: इसमें स्टॉक की तुलना उसी सेक्टर से संबंधित अन्य स्टॉक के प्रदर्शन के साथ की जाती है ताकि अधिकतम प्रभावशाली या बेहतर प्रदर्शन वाले स्टॉक को चुना जा सके।

Swing Traders | स्विंग ट्रेडर्स

स्विंग ट्रेडिंग, ट्रेडिंग की एक तरीका है, जिसमे स्टॉक को कुछ समयावधि तक अपने पास रखा जाता है और एक निश्चित लाभ को प्राप्त के उदेश्य से सही समय पर बेच दिया जाता है, ये समयावधि 24 घंटे से लेकर कुछ हफ्तों तक हो सकती है।

स्विंग ट्रेडिंग एक ऐसी निवेश शैली है जिसमें स्टॉक को खरीद कर होल्ड कर दिया घंटों के अनुसार ट्रेड लगाना घंटों के अनुसार ट्रेड लगाना जाता है, ताकि सही समय देखकर उससे लाभ अर्जित किया जा सके| ये लाभ काफी कम हो सकता है पर संयुक्त रूप से देखने पर ये अच्छी राशि दे सकता है|

Happy Diwali 2018: अगर आप निवेशक हैं तो आप 5:30 बजे से 6:30 बजे तक ट्रेडिंग कर सकेंगे. BSE में शाम 4 बजे से 4:45 बजे तक . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : November 07, 2018, 17:02 IST

दीवाली की शाम जब पूरा देश त्यौहार मना रहा होता है, तब देश भर के निवेशक, अमीर लोग एक खास वक्त मार्केट की तरफ रुख करते हैं. इस दौरान इनके लिए मुनाफे से कहीं ज्यादा परंपरा अहम होती है. हर दिन हजारों करोड़ों रुपये का ट्रेड करने वाला स्टॉक मार्केट कई साल से अपनी परंपराओं को सहेज कर रखे हुआ है. इसमें से सबसे अहम है दीवाली के दिन होने वाली मुहूर्त ट्रेडिंग. आइए जानें इसके बारे मे.

क्या होती है मुहूर्त ट्रेडिंग- दीवाली के साथ नए साल की शुरुआत भी होती है. इस बार दीवाली के साथ संवत् 2075 शुरू होने जा रहा है. भारतीय परंपरा के अनुसार ही देश के कई हिस्सों में दीवाली के साथ ही नए वित्त वर्ष की शुरुआत भी होती है. (ये भी पढ़ें-ट्रेन का तत्काल टिकट नहीं मिला तो न लें टेंशन, अब भी बुक कर सकते हैं कन्फर्म टिकट)

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