इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म

एनबीएचसी मंडियों के बाहर बना सकता है ई-ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म
तीन कृषि कानूनों के पारित होने के बाद अग्रणी कृषि भंडार सेवा कंपनी नैशनल बल्क हैंडलिंग कॉर्पोरेशन (एनबीएचसी) इस दिशा में अपने पहले कदम के तौर पर मंडियों से बाहर एक इलेक्ट्रॉनिक मार्केट प्लेटफॉर्म शुरू करने पर विचार कर रही है।
यह कदम उसके एनएबीएल से प्रमाणित गुणवत्ता जांच और परख लैब के साथ साथ मौजूदा भंडार ढांचे के लिए पूरक का काम करेगा। इस प्लेटफ ॉर्म का नाम कृषि सेतु रखा जा सकता है। इसे कृषि उत्पादों के लिए एमेजॉन की तर्ज पर बनाया जा सकता है। यह परंपरागत मंडियों से बाहर खरीदार और विक्रेता दोनों के लिए पारदर्शी विकल्प मुहैया कराएगा।
प्लेटफॉर्म को औपचारिक रूप से शुरू करने के लिए कंपनी की योजना जमीनी कार्यों को शीघ्र शुरू करने की है जिसके लिए वह किसान-उत्पादक संगठनों (एफ पीओ) और अन्य समूहों से संपर्क साधेगी। उम्मीद की जा रही है कि जून के अंत तक परियोजना चालू हो सकती है। एनबीएचसी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी रमेश दोरईस्वामी ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, 'इस तरह के प्लेटफ ॉर्म को शुरू करने की योजना पहले से ही बन रही थी लेकिन निश्चित रूप से इन तीन कानूनों के आने से इसमें तेजी आई है।'नए कृषि कानून विषेश तौर पर व्यापार वाले अधिनियम में मंडियों से बाहर इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफ ॉर्म स्थापित करने की अनुमति दी गई है जिसे ट्रेड एरिया कहा जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफ ॉर्म पर या इसमें परिचालन करने वाले व्यापारी पर किसी भी राज्य सरकार की ओर से किसी तरह का उपकर या लेवी नहीं लगाया जा सकता है।
अधिनियम में कहा गया है कि ई-प्लेटफ ॉर्म को केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा बनाए गए नियमों के मुताबिक परिचालन और पंजीयन कराना होगा।
एनएचबीसी पूरी तरह से निजी इक्विटी की दिग्गज कंपनी ट्रू नॉर्थ की स्वामित्व वाली कंपनी है। फि लहाल यह देश भर में 1,250 वेयरहाउसों का परिचालन करती है जिनकी कुल क्षमता 21 लाख टन से अधिक है। इसके अलावा कंपनी के पास देश भर में 40 गुणवत्ता जांच लैब हैं जिनमें से पांच एनएबीएल और एपीडा जैसे निकायों से मान्यता प्राप्त हैं। बाकी लैबों के लिए प्रमाणन हासिल करने की प्रक्रिया चल रही है।
दोरईस्वामी ने कहा कि एनएचबीसी प्रमाणित प्रयोगशालाओं के नेटवर्क को विस्तारित करने पर भी विचार कर रही है जो विभिन्न कृषि उत्पाद की जांच कर सकेंगे। यह खाद्य प्रसंस्करणकर्ताओं और निर्यातकों की जरूरत का मिलान करेगी।
प्रमाणित लैबों और भंडारण तथा वेयरहाउसों के मौजूदा नेटवर्क के साथ ई-मार्केटप्लेस कंपनी को ग्राहकों को सभी प्रकार की सेवा मुहैया कराने में सक्षम बनाएगा।
दोरईस्वामी ने कहा, 'मान लीजिए कि ब्रिटानिया अपने उत्पादों के लिए गुणवत्तायुक्त गेहूं चाहती है तो वह इसकी खरीद के लिए हमारे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर सकती है।'
अनधिकृत विदेशी मुद्रा कारोबार प्लेटफॉर्म न करें लेनदेन : आरबीआई
मुंबई। रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सोशल मीडिया, सर्च इंजन, ओवर द टॉप (ओटीटी) और गेमिंग ऐप पर लोगों को विदेशी मुद्रा व्यापार की सुविधा प्रदान करने वाले अनधिकृत इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म (ईटीपी) के भ्रामक विज्ञापनों के झांसे में आकर कोई भी लेनदेन नहीं करने की हिदायत दी है।
आरबीआई ने गुरुवार को कहा कि सोशल मीडिया, सर्च इंजन, ओवर द टॉप (ओटीटी) और गेमिंग ऐप पर विदेशी मुद्रा व्यापार की सुविधा प्रदान करने वाले अनधिकृत इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म (ईटीपी) के भ्रामक विज्ञापनों से सावधान रहें। ऐसे ईटीपी एजेंटों के बारे में खबरें आई हैं, जो विदेशी मुद्रा व्यापार एवं निवेश योजनाओं को शुरू करने के लिए भोले-भाले लोगों से व्यक्तिगत रूप से संपर्क करते हैं और उन्हें आय से अधिक रिटर्न के वादे के साथ लुभाते हैं। साथ ही इस तरह की धोखाधड़ी की सूचनाएं भी प्राप्त हुई हैं कि अनधिकृत ईटीपी एवं पोर्टल पर कई लोगों को इस तरह के व्यापार या योजनाओं के माध्यम से पैसे गंवाने पड़े हैं।
उसने कहा कि विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा), 1999 के अनुसार, देश के नागरिक केवल अधिकृत व्यक्तियों के साथ और अनुमति प्राप्त उद्देश्यों के लिए ही विदेशी मुद्रा का लेनदेन कर सकते हैं। आरबीआई द्वारा समय-समय पर निर्दिष्ट नियमों और शर्तों के अनुसार, अनुमति प्राप्त विदेशी मुद्रा लेनदेन इलेक्ट्रॉनिक रूप से निष्पादित किए जा सकते हैं। उन्हें केवल आरबीआई या मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड, बीएसई लिमिटेड और मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड) द्वारा इस उद्देश्य के लिए अधिकृत ईटीपी पर ही किया जाना चाहिए।
आरबीआई ने स्पष्ट किया कि फेमा के तहत बनाई गई उदारीकृत प्रेषण योजना (एलआरएस) के तहत विदेशी एक्सचेंजों या विदेशी प्रतिपक्षकारों को मार्जिन के लिए विप्रेषण की अनुमति नहीं है। अधिकृत व्यक्तियों और अधिकृत ईटीपी की सूची रिजर्व बैंक की वेबसाइट पर उपलब्ध है। साथ ही विदेशी मुद्रा लेनदेन पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों (एफएक्यू) का एक सेट भी जनता के सामान्य मार्गदर्शन के लिए वेबसाइट पर उपलब्ध कराया गया है।
रिजर्व बैंक ने लोगों को सावधान करते हुए कहा कि वे अनधिकृत ईटीपी पर विदेशी मुद्रा लेनदेन न करें या ऐसे अनधिकृत लेनदेन के लिए धन जमा न करें। उसने चेतावनी दी कि फेमा के तहत अनुमति प्राप्त उद्देश्यों के अलावा या आरबीआई द्वारा अधिकृत नहीं किए गए ईटीपी पर विदेशी मुद्रा लेनदेन करने वाले लोगों इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर फेमा के तहत दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
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Gold trading: अब शेयरों की तरह होगी गोल्ड की ट्रेडिंग, उतारचढ़ाव का उठा सकते हैं फायदा
अब आप आसानी से एक्सचेंज पर गोल्ड की इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ट्रेडिंग कर सकेंगे। स्टॉक एक्सचेंज BSE ने अपने प्लेटफॉर्म पर इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसिट (EGR) लॉन्च किया है। इसमें आप गोल्ड की कीमतों में उतार-चढ़ाव का इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म फायदा ठीक उसी तरह ले सकेंगे, जैसे आप शेयरों की ट्रेडिंग में लेते रहे हैं। मार्केट रेगुलेटर सेबी द्वारा एक्सचेंजेज को EGR की अनुमति दिए जाने के बाद बीएसई को अपने प्लेटफॉर्म पर दिवाली की मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान 95 और 999 शुद्धता के दो नए प्रॉडक्ट्स के साथ इसे लॉन्च किया। बीएसई ने बताया कि ट्रेडिंग 1 ग्राम के मल्टीपल में और डिलिवरी 10 ग्राम और 100 ग्राम के मल्टीपल में होगी। जानकारों का इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म कहना है कि हालांकि दिवाली के दिन ईजीआर को शुभ मुहूर्त के हिसाब से शुरू कर दिया गया है, लेकिन इसमें तब तक सफलता नहीं मिल सकती, जब तक कि सरकार जीएसटी की मैकेनिज्म इसमें सॉल्व नहीं करती। धनतेरस के दिन 2000 इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसिट जनरेट हुई और दिवाली के दिन इसमें निवेशकों ने ट्रेडिंग की।
कैसे जनरेट होती है इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसिट?
इसमें गोल्ड कमोडिटी को सिक्योरिटी ईजीआर में कन्वर्ट करते हैं। जिसके पास फिजिकल गोल्ड का रिसपॉन्सिबल सोर्स है, वह उस गोल्ड को वोल्ट में जाकर जमा करवाएगा। वहां उसे इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसिट मिलेगी। जिसे वह एक्सचेंज पर खरीद-बिक्री के लिए रखेगा। अब गोल्ड की कीमतों और डिमांड के आधार पर उसकी ट्रेडिंग होगी। एक्सचेंज पर निवेशकों को ये ईजीआर उपलब्ध होगी। जिस तरह निवेशक बीएसई पर शेयरों की खरीद-बेच करते हैं, वैसे ही गोल्ड की इन रिसिट की ट्रेडिंग कर सकेंगे। जहां निवेशकों को बाय-सेल करने के लिए डिलिवरी लेने की जरूरत नहीं है। निवेशक डीमैट अकाउंट में अपनी ये ईजीआर रख सकेंगे।
क्यों जरूरत महसूस हुई?
बीएसई के सीबीओ समीर पाटिल ने बताया कि इससे प्रीसियम मेटल की प्रभावी और पारदर्शी कीमत का पता लगाने में मदद मिलेगी और निवेशक गोल्ड के उतार-चढ़ाव का फायदा ले सकेंगे। यहां न तो गोल्ड की प्योरिटी और न ही किसी तरह का रिस्क है।
कौन हो सकते हैं पार्टिसिपेंट?
इनडिविजुअल इन्वेस्टर्स, इंपोर्टर, बैंक, रिफाइनर्स, सर्राफा कारोबारी, आभूषण बनाने वाले और रिटेलर्स सोने की खरीद बिक्री कर सकेंगे। शेयरों की तरह ही बीएसई पर किसी खास समय पर सोने की कीमत दिखेगी। अगर आप सोना खरीदना या बेचना चाहते हैं तो अपनी मर्जी से आप गोल्ड की खरीद-बिक्री कर सकेंगे। खरीदा गया सोना आपके डीमैट खाते में जमा हो जाएगा।
क्या हैं इसके माइनस पॉइंट?
इस प्रॉडक्ट के माइनस पॉइंट के बारे में पूछने पर IBJA के नैशनल सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता कहते हैं, ‘उदाहरण के लिए एक्स ने फिजिकल गोल्ड को 3 पर्सेंट जीएसटी भरकर लिया था और उसे बोल्ट पर जमा किया। अब उसे वापस वह 3 पर्सेंट जीएसटी का पैसा तब मिलेगा, जब कोई वाई उस ईजीआर को वोल्ट पर जाकर फिजिकल गोल्ड में कन्वर्ट करवाएगा। ऐसे में कोई क्यों अपना पैसा इतने लंबे समय के लिए फंसाएगा? सरकार इस मुद्दे को सॉल्व करे, ताकि यह प्रॉडक्ट बहुत सफल हो सके।’
क्या होती है EGR?
EGR यानी इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीप्ट अन्य सिक्योरिटीज जैसा ही होगा। इसकी ट्रेडिंग क्लियरिंग और सेटलमेंट भी दूसरी सिक्योरिटीज की तरह किया जा सकेगा। अभी भारत में सिर्फ गोल्ड डेरिवेटिव्स इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और गोल्ड ईटीएफ का कारोबार होता है।
यह है भारत के उन्नत ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म
भारत के श्रेष्ठ स्टॉक ब्रोकर्स की सूची नीचे दी गई है:
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: खास तौर पर मोबाइल से ट्रेडिंग करने के लिए
एंजेल ब्रोकिंग – Angel Broking
एंजेल ब्रोकिंग रेटिंग:
एंजेल ब्रोकिंग भारत में उन शुरुआती कंपनियों में से एक है जिन्होंने उस दौरान रिटेल निवेशकों को सस्ता एवं उन्नत ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म प्रदान करना शुरू कर दिया था। 2.15 मिलीयन ग्राहकों के साथ एंजेल ब्रोकिंग आज भारत का श्रेष्ठ स्टॉक ब्रोकर बन चुका है।
एंजेल ब्रोकिंग डैशबोर्ड
मैं एंजेल ब्रोकिंग ऐप का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं जो कि प्रयोग करने में सरल है और आसान सुविधाओं से लैस है। जब कभी भी मैं घर से बाहर होता हूं या अपने लैपटॉप से दूर होता हूं उस समय ट्रेडिंग के लिए मैं इस ऐप का उपयोग करता हूं। उनका ऐप आधारित प्लेटफार्म यकीनन ही उन्नत है एवं सभी तरह के उन्नत ट्रेडिंग टूल्स तथा इंडिकेटर से लैस है।
मोबाइल से ट्रेडिंग करने के लिए मैं एंजेल ब्रोकिंग का पुरजोर समर्थन करता हूं।
मैं यह महसूस करता हूं कि उनका वेब आधारित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म, उनके ऐप के समकक्ष नहीं है और उन्हें इस पर अत्यधिक मेहनत करने की आवश्यकता है ताकि वह भारत के अन्य डिस्काउंट ब्रोकर्स का मुकाबला कर सकें।
मैं सोचता हूं वे इस पर बड़ी जोर शोर से कार्य कर रहे हैं क्योंकि मैं उनके वेबसाइट सेक्शन (उदाहरण के तौर पर रियल टाइम में प्रॉफिट एंड लॉस अपडेट) में और एंजेल ब्रोकिंग ऐप में भी कई सुधार देख चुका हूं।
मैं नहीं जानता क्यों परंतु मुझे उनके प्लेटफार्म पर ट्रेडिंग करना पसंद है,शायद इस कारण कि यह मेरे द्वारा प्रयोग किया गया सबसे पहला ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है।
एंजेल ब्रोकिंग रियल टाइम डाटा के साथ सबसे अग्रणी निवेश सुझाव आधारित सेवा है। ARQ के द्वारा ग्राहक स्टॉक से संबंधित बाय ओर सेल अलर्ट प्राप्त करते हैं। इसकी सटीकता 60 से 70% (प्रति दस ट्रेड् में से 6-7 ट्रेड लाभ संबंधित और तीन ट्रेड जोखिम संबंधित) है, जोकि ट्रेडिंग कम्युनिटी में बहुत ही प्रभावशाली मानी जाती है।
एंजेल ब्रोकिंग की हमारे देश में अन्य डिस्काउंट ब्रोकर की तुलना में बड़ी संख्या में भौतिक शाखाएं हैं। एंजेल ब्रोकिंग डीमैट अकाउंट ओपन करने की प्रक्रिया का वीडियो देखने के लिए क्लिक कीजिए।
- यह प्रयोग में आसान और उन्नत टूल्स तथा इंडिकेटर से लैस ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है।
- बाय तथा सेल ऑर्डर के लिए एक समान दर से ₹20 ब्रोकरेज।
- वार्षिक मेंटेनेंस शुल्क ₹450 (करो को छोड़कर)।
- डिलीवरी ऑर्डर के लिए कोई ब्रोकरेज नहीं (अर्थात यदि आप स्टॉक खरीदते हैं और उसको एक लंबे अंतराल के लिए होल्ड करते हैं तो ऐसे स्टॉक को खरीदने व बेचने के लिए आप पर ब्रोकरेज शुल्क लागू नहीं होता है)। विशेषता के साथ डायरेक्ट म्युचुअल फंड निवेश का ऑप्शन।
- निवेश सिखाने के लिए निशुल्क वेबीनार।
- एंजेल ब्रोकिंग रोबो ऑर्डर सुविधा, तुरंत बाय, सेल तथा स्टॉप लॉस ऑर्डर करने में आपकी मदद करता है। यह नौकरी पेशा लोगों के लिए बहुत ही सुविधाजनक है।
नुकसान
- वेब आधारित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में सुधार की आवश्यकता है।
- कई बार ग्राहक सेवा एजेंट्स और रिलेशनशिप मैनेजर व्यस्त समय के दौरान ग्राहकों की समस्याओं का समाधान प्रदान करने के लिए उपलब्ध नहीं होते हैं।
जीरोधा – Zerodha
जीरोधा रेटिंग:
बिना हिचकिचाहट यह भारत का उन्नत ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है। जीरोधा अपनी आधुनिक सेवाओं और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के कारण भारत की डिस्काउंट श्रेणी का श्रेष्ठ शेयर मार्केट ब्रोकर बन चुका है। अधिकांश रिटेल इन्वेस्टर्स तथा इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म संस्थाएं जीरोधा को अपने डिफॉल्ट ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के रूप में पसंद करते हैं।
जीरोधा अकाउंट को ओपन करने की क्रमबद्ध प्रक्रिया की जानकारी के लिए इस पोस्ट को ध्यानपूर्वक पढ़िए।
यह ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म उन्नत चार्टिंग सेवाओं से लैस है। इस ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में चार्ट को अध्ययन करने के लिए दो ऑप्शन है: Tradingview और ChartIQ। दोनों ही चार्टिंग प्लेटफार्म बहुत उन्नत हैं और ट्रेडिंगव्यू तो मेरा पसंदीदा है।
इस प्लेटफार्म की 2010 में शुरुआत करने के बाद इसके संस्थापक नितिन कामत इसको और अधिक ऊंचाइयों पर ले गए और भारतीय ट्रेडिंग समुदाय को एक किफायती ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म प्रदान किया। यह भारत के सफलतम स्टार्टअप्स में से एक है।
जीरोधा के 3 मिलियन से अधिक ग्राहक है और उनमें से अधिकतर रिटेल श्रेणी से संबंध रखते हैं। संपूर्ण भारत में, रिटेल ट्रेडिंग में जीरोधा का अपना स्वयं का 15% का योगदान है जो कि अत्यंत सराहनीय है।
जीरोधा डीमैट अकाउंट के साथ आप अनेक ट्रेडिंगव्यू पेड टूल्स में प्रवेश कर सकते हैं जैसे कि उसी स्क्रीन पर उपलब्ध मल्टी टाइम फ्रेम विंडो। ट्रेडिंग इन ऑप्शंस के लिए आप सेंसिबुल की मदद ले इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म सकते हैं जोकि जीरोधा अकाउंट के साथ एकीकृत है।
सेंसिबुल के अनेक फीचर्स का आप निशुल्क लाभ उठा सकते हैं उदाहरण के तौर पर व्हाट्सएप में प्राइज अलर्ट। सेंसिबल पेड प्लेन का उपयोग आप सशुल्क सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
जीरोधा काईट मोबाइल ऐप को बहुत अच्छी तरह से डिजाइन किया गया है और यह आपको वेबसाइट पर उपलब्ध सभी ट्रेडिंग टूल्स में प्रवेश प्रदान करता है।
जीरोधा GTT (Good Till Trigger) सुविधा का उल्लेख करना अति आवश्यक है। यह आपको एल्गो ट्रेडिंग का अनुभव प्रदान करता है। आपको केवल बाय सेल तथा स्टॉप लॉस प्राइस को निश्चित करना है और उसके बाद निश्चिंत हो जाना है। आपको दिन भर अपने सिस्टम के सामने बैठे रहने की आवश्यकता नहीं है। इसका उपयोग करने के बाद सब स्वयं ही हो जाता है।
जीरोधा जीटीटी ऑर्डर एक सशुल्क सेवा है परंतु अकाउंट के साथ आपको प्रथम 3 महीनों के लिए GTT Order सेवा का अतिरिक्त लाभ मिलता है। अपने ट्रेडिंग अनुभव में सुधार करने के लिए आप कोई सुविधा का उपयोग करना चाहिए।
रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा कारोबार में शामिल गैर-अधिकृत इकाइयों की ‘अलर्ट सूची’ जारी की
मुंबई, सात सितंबर (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बुधवार को विदेशी मुद्रा कारोबार में शामिल 34 गैर-अधिकृत इकाइयों की ‘अलर्ट सूची’ जारी की। इन संस्थाओं में ऑक्टाएफएक्स, अल्पारी, हॉटफॉरेक्स, और ओलंपिक ट्रेड शामिल हैं।
केंद्रीय बैंक ने बयान में कहा कि ये संस्थाएं विदेशी मुद्रा कारोबार के लिए अधिकृत नहीं होने के बावजूद देश में इलेक्ट्रॉनिक व्यापार मंच का संचालन कर रही हैं।
आरबीआई ने कहा कि निवासी व्यक्ति सिर्फ फेमा की शर्तों के तहत अधिकृत व्यक्तियों के साथ और वैध उद्देश्यों के लिए विदेशी मुद्रा का लेनदेन कर सकते हैं।
बयान में कहा गया कि निवासी व्यक्ति यदि फेमा के तहत वैध उद्देश्यों से इतर या आरबीआई द्वारा गैर मंजूरी प्राप्त इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म (ईटीपी) के जरिये विदेशी मुद्रा का लेनदेन करेंगे, तो उन पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
आरबीआई ने कहा कि उसे कुछ ईटीपी की वैधता स्पष्ट करने के संबंध में अनुरोध मिल रहे थे। ऐसे में केंद्रीय बैंक ने अपनी वेबसाइट पर ऐसी इकाइयों के संबंध में अलर्ट सूची प्रकाशित करने का फैसला किया, जो विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 (फेमा) के तहत विदेशी मुद्रा में लेनदेन करने के लिए अधिकृत नहीं है और न ही वे विदेशी मुद्रा लेनदेन के लिए इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग मंच का संचालन कर सकती हैं।
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