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कमोडिटी मार्केट के बारे में अधिक जानकारी

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FXTM के साथ ऑयल और गैस ट्रेड करें

निवेशकों की ऑयल और गैस बाजारों में CFD ट्रेडिंग उनके पोर्टफोलियो में विविधता लाने का सुविधाजनक और लचीला तरीका है - ये एसेट आज भी ट्रेडरों की लोकप्रिय पसंद है। FXTM के साथ आप निम्नलिखित कमोडिटीज पर CFD ट्रेड कर सकते हैं:

  • UK ब्रेंट ऑयल (स्‍पॉट)
  • US क्रूड ऑयल (स्‍पॉट)
  • US नैचुरल गैस (स्‍पॉट)

ग्‍लोबल अर्थव्यवस्था में मांग, आपूर्ति और सामान्य विश्वास सहित बड़ी संख्या में कारकों के कारण ऑयल और अन्य एनर्जी प्रोडकटों की कीमतों में उतार-चढ़ाव होता है।

कमोडिटीज पर CFD ट्रेडिंग के मुख्‍य फायदे

  • लोकप्रिय कमोडिटी बाजारों तक आसान एक्‍सेस
  • अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने का शानदार तरीका
  • कम मार्जिन अपेक्षाएं

कमोडिटी CFD ट्रेडिंग कैसे काम करती है?

अंतर का अनुबंध (CFD) खरीदार और विक्रेता के बीच समझौता है। इसका अर्थ है विक्रेता खरीदार को कमोडिटी की मौजूदा कीमत और अनुबंध में निर्दिष्ट बिंदु पर इसकी कीमत के अंतर का भुगतान करेगा। कमोडिटीज पर CFD की ट्रेडिंग से, निवेशक अनुमान लगाते हैं कि स्टॉक का मूल्य बढ़ेगा या गिरेगा।

CFD ट्रेडिंग का मुख्य फायदा यह है कि आप मूल्य के उतार-चढ़ाव की उम्मीद पर ट्रेड कर रहे हैं, इसलिए आपको वास्तव में अंतर्निहित एसेट नहीं खरीदनी(अथवा डिलीवरी नहीं लेनी) होगी। क्योंकि आप छोटी पोजीशन (मूल्य कम होने की उम्मीद) लंबे समय तक (मूल्य बढ़ने की उम्मीद) ले सकते हैं, आप तब भी फायदा कमा सकते हैं जब कमोडिटी मूल्य में गिरती है - न कि केवल तभी जब वो बढ़े। यह कमोडिटी स्टॉक CFD ट्रेडरों को अधिक लचीलापन और बाजार के उतार-चढ़ाव से कमाने के अधिक अवसर देता है। उसी टोकन से, आपको कमोडिटी की कीमत पर लॉंग या शॉर्ट होने पर होने वाले नुकसान की जानकारी होनी चाहिए।

कमोडिटी CFD ट्रेडिंग प्‍लेटफार्म

अपराजेय ट्रेडिंग अनुभव के लिए FXTM की पुरस्कार विजेता सर्विसेज में MetaTrader की पॉवर मिलाएं।

आपके पीसी, मैक, मोबाइल या टैबलेट पर प्रमुख ट्रेडिंग प्लेटफार्म, MetaTrader आपकी सुविधानुसार ऑफर करते हैं।

ये सहजज्ञान युक्‍त प्‍लेटफार्म हैं उन सभी साधनों से लैस तकनीकी इंडीकेटर, इंटरेक्टिव चार्ट सहित शक्तिशाली सुरक्षा प्रणाली है जिसकी आपको अपनी ट्रेडिंग क्षमता अधिकतम करने की जरूरत है।

आप हमारे अनूठे प्रकार के तीनों अकाउंटों में ऑयल और गैस का ट्रेड कर सकते हैं। जैसा कि आप जानते हैं - हमारे माइक्रो अकाउंट पर कमोडिटी ट्रेडिंग MetaTrader 4 पर उपलब्ध है, जबकि एडवांटेज या एडवांटेज प्लस अकाउंटधारक इन रोमांचक प्रोडकटों का ट्रेड MetaTrader 5 पर शुरू कर सकते हैं।

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ट्रेडिंग जोखिमपूर्ण है। आपकी पूंजी जोखिम में है।

FXTM के साथ कमोडिटीज पर CFD की ट्रेडिंग शुरू करें

लीवरेज

लीवरेज कमोडिटी मार्केट के बारे में अधिक जानकारी अपनी क्रय शक्ति बढ़ाने में आपको सक्षम बनाता है। ट्रेडरों को ध्यान देना चाहिए कि लिवरेज से आपके लाभ के साथ-साथ आपके घाटे को भी बढ़ावा मिलता है। आप 1:52 लिवरेज से यूके ब्रेंट ऑयल, 1:49 लिवरेज से यूएस क्रूड ऑयल और 1:19 लिवरेज से यूएस नेचुरल गैस पर CFD ट्रेड कर सकते हैं।

स्‍प्रेड

हमारे सबसे लोकप्रिय अकाउंट एडवांटेज पर अल्‍ट्रा टाइट स्‍प्रेड का आनंद उठाएं।

अपने इनवेस्‍टमेंट लक्ष्‍यों की सुविधानुसार ट्रेडिंग अकाउंट खोजने के लिए हमारा ट्रेडिंग अकाउंट कंपेरिसन पेज देखें।

ट्रेडिंग समय

आपकी सुविधानुसार सप्ताह में 5 दिन FXTM की असाधारण ट्रेडिंग सर्विसेज।

यूएस नेचुरल गैस और यूएस क्रूड ऑयल के लिए बाजार 01:00 बजे खुलता और 23:45 बजे बंद होता है। यूके ब्रेंट ऑयल के लिए बाजार 03:00 बजे खुलता और 23:45 बजे बंद होता है।

ट्रेडिंग जोखिमपूर्ण है। आपकी पूंजी जोखिम में है।

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  • FXTM की अधिक जानकारी
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    • लाइसेंसधारी ब्रोकर
    • फाईनेंशियल कमीशन का मुआवजा फंड
    • नीतिगत वक्तव्य
    • कूकी नीति
    • जोखिम प्रकटन
    • अकाउंट ओपन करने की सहमति

    FXTM ब्रांड विभिन्‍न अधिकार-क्षेत्रों में अधिकृत और विनियमित है।

    फॉरेक्स टाइम लिमिटेड (www.forextime.com/eu) साइप्रस प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग द्वारा विनियमित है, जिसका CIF लाइसेंस नंबर है 185/12, तथा यह दक्षिण अफ्रीका के फाइनेंशियल सेक्टर कंडक्ट अथॉरिटी (FSCA) द्वारा लाइसेंस प्राप्त है और इसका FSP नंबर 46614 है। यह कंपनी यू‍के के फाइनेंशियल कंडक्ट अथॉरिटी के साथ रजिस्टर्ड है, जिसका नंबर 600475 है।

    ForexTime (www.forextime.com/uk) फाईनेंशियल कंडक्ट अथॉरिटी द्वारा लाइसेंस नंबर 777911 के अंतर्गत अधिकृत और विनियमित है।

    Exinity Limited (www.forextime.com) मॉरीशस गणराज्य के वित्तीय सेवा आयोग द्वारा विनियमित निवेश डीलर है, जिसकी लाइसेंस संख्या C113012295 है।

    कार्ड ट्रांजेक्‍शन एफटी ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड, रजिस्‍टर्ड नंबर HE 335426 और रजिस्‍टर्ड पता Ioannis Stylianou, 6, Floor 2, Flat 202 2003, Nicosia, Cyprus के माध्यम से प्रोसेस किए जाते हैं। कार्डधारक के पत्राचार के लिए पता: [email protected] व्‍यवसाय के स्थान का पता: FXTM Tower, 35 Lamprou Konstantara, Kato Polemidia, 4156, Limassol, Cyprus.

    Exinity Limited वित्‍तीय फाईनेंशियल कमीशन का सदस्‍य है,जो फॉरेक्‍स मार्केट की फाइनेंशियल सर्विसेज इंडस्‍ट्री में विवादों का निपटारा करने वाला अंतर्राष्‍ट्रीय संगठन है।

    जोखिम चेतावनी: फोरेक्‍स और लिवरेज किए गए वित्‍तीय इंस्‍ट्रूमेंट की ट्रेडिंग में महत्‍वपूर्ण जोखिम हैं और इससे आपकी निवेश की गई पूंजी का नुकसान हो सकता है। आप जितनी हानि उठाने की क्षमता रखते हैं उससे अधिक का निवेश न करें और आपको इसमें शामिल जोखिम कमोडिटी मार्केट के बारे में अधिक जानकारी अच्‍छी तरह समझना सुनिश्चित करना चाहिए। लेवरिज्ड प्रोडक्‍ट की ट्रेडिंग सभी निवेशकों के लिए उपयुक्‍त नहीं हो सकती। ट्रेडिंग शुरु करने से पूर्व, कृपया अपने अनुभव का स्‍तर, निवेश उद्देश्‍य पर विचार करें और यदि आवश्‍यक हो तो स्‍वतंत्र वित्‍तीय सलाह प्राप्‍त करें। क्‍लायंट के निवास के देश में कानूनी अपेक्षाओं के आधार पर FXTM ब्रांड की सेवाओं का प्रयोग करने की अनुमति है अथवा नहीं, यह निर्धारित करना क्‍लायंट की स्‍वयं की जिम्‍मेदारी है। कृपया FXTM का पूरा जोखिम प्रकटीकरण पढ़ें.

    क्षेत्रीय सीमाएं: एफएक्सटीएम ब्रांड यूएसए, मॉरीशस, जापान, कनाडा, हैती, सूरीनाम, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कोरिया, प्यूर्टो रिको, ब्राज़िल, साइप्रस और हांगकांग के अधिकृत क्षेत्र के निवासियों को सेवाएं प्रदान नहीं करता है। हमारे बारंबार पूछे जाने वाले प्रश्‍न(FAQ) खंड विनियम में अधिक जानकारी पाएं।

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    जोखिम की चेतावनी: ट्रेडिंग जोखिम भरा है। आपकी पूंजी जोखिम में है। Exinity Limited FSC (मॉरीशस) द्वारा विनियमित है।

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    शेयर बाजार में क्या है कमोडिटी ट्रेडिंग, जानिए कैसे करते हैं खरीद-बेच, कितना फायदेमंद

    commodity trading

    जिस तरह से हम अपनी रोजमर्रा की जरुरतों के लिए कोई वस्तु यानी कमोडिटी (commodity) जैसे अनाज, मसाले, सोना खरीदते हैं वैसे ही शेयर बााजार (share market) में भी इन कमोडिटी की खरीद बेच होती है. शेयर बााजार के कमोडिटी सेक्शन में इनकी ही खरीद बेच को कमोडिटी ट्रेडिंग (commodity trading) कहते हैं.

    • News18Hindi
    • Last Updated : May 06, 2021, 09:25 IST

    मुंबई. जिस तरह से हम अपनी रोजमर्रा की जरुरतों के लिए कोई वस्तु यानी कमोडिटी (commodity) जैसे कमोडिटी मार्केट के बारे में अधिक जानकारी अनाज, मसाले, सोना खरीदते हैं वैसे ही शेयर बााजार (share market) में भी इन कमोडिटी की खरीद बेच होती है. शेयर बााजार के कमोडिटी सेक्शन में इनकी ही खरीद बेच को कमोडिटी ट्रेडिंग (commodity trading) कहते हैं. यह कंपनियों के शेयरों यानी इक्विटी मार्केट की ट्रेडिंग से थोड़ी अलग होती है. कमोडिटी की ट्रेडिंग ज्यादातर फ्यूचर मार्केट में होती है. भारत में 40 साल बाद 2003 में कमोडिटी ट्रेडिंग पर लगा प्रतिबंध हटा लिया गया था.

    सामान्य तौर पर, कमोडिटी को चार प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है.

    कीमती धातु - सोना, चांदी और प्लेटिनम

    बेस मेटल - कॉपर, जिंक, निकल, लेड, टीन और एन्युमिनियम

    एनर्जी - क्रूड ऑयल, नेचुरल गैस, एटीएफ, गैसोलाइन

    मसाले - काली मिर्च, धनिया, इलायची, जीरा, हल्दी और लाल मिर्च.

    अन्य - सोया बीज, मेंथा ऑयल, गेहूं, चना

    कमोडिटी ट्रेडिंग में क्या अलग है
    - कमोडिटी ट्रेडिंग और शेयर बाज़ार ट्रेडिंग करने में बुनियादी फर्क है. शेयर बाजार में आप शेयरों को एक बार खरीद कर कई साल बाद भी बेच सकते हैं लेकिन कमोडिटी मार्केट में दो-तीन नियर मंथ में ही कारोबार होता है. इसलिए सौदे खरीदते या बेचने में एक निश्चित अवधि का पालन करना जरूरी होता है. यह इक्विटी फ्यूचर ट्रेडिंग (equity future trading) की तरह होता है.

    फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट क्या है -

    दो पार्टियों के बीच यह खरीदने बेचने का ऐसा सौदा होता है जो आज के दाम पर फ्यूचर की डेट में एक्सचेंज होता है. कमोडिटी राष्ट्रीय स्तर ऑनलाइन मॉनिटरिंग और सर्विलांस मैकेनिज्म के साथ ट्रेड होता है. एमसीएक्स और एनसीडीएक्स में कमोडिटी फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट एक महीने, दो महीने और तीन महीने के लिए एक्सापाइरी सायकल के आधार पर खरीदे जाते हैं.

    पोर्टफोलियो में विविधता के लिए कमोडिटी में निवेश फायदेमंद -
    विशेषज्ञों के मुताबिक पोर्टफोलियों में विविधता के लिए निवेशक को इक्विटी के साथ साथ कमोडिटी में भी निवेश करना चाहिए. इससे कीमतों में उतार-चढ़ाव का फायदा लिया जा सकता है. हालांकि, रिटेल और छोटे निवेशकों को कमोडिटी में निवेश में विशेष सावधान होना चाहिए. बाजार की अस्थिरता और कम जानकारी पूरा पैसा डूबा सकती है. निवेशकों को इसमें डिमांड सायकल और कौन से कारक कमोडिटी बाजार को प्रभावित करते हैं यह जानना जरूरी होता है.

    कमोडिटी ट्रेडिंग से फायदा -
    भारत में 25 लाख करोड़ रुपए सालाना का कमोडिटी मार्केट तेजी से बढ़ रहा है. यह मुख्यत लिवरेज मार्केट होता है. मतलब छोटे और मध्यम निवेशक भी छोटी सी राशि से मार्जिन मनी के जरिये कमोडिटी ट्रेडिंग कर सकते हैं.

    हेजिंग -
    किसानों, मैन्युफैक्चरर और वास्तविक उपयोगकर्ताओं के लिए कमोडिटी के दाम में उतार चढ़ाव का रिस्क कम हो जाता है.

    पोर्टफोलियों में विविधता -
    कमोडिटी एक नए एसेट क्लास के रुप में विकसित हो रही है. यह पोर्टपोलियों में प्रभावी विविधता लाती है.

    ट्रेडिंग अपॉरच्यूनिटी -
    कमोडिटी का डेली टर्नओवर लगभग 22,000 - 25,000 करोड़ रुपए है, जो एक बेहतर ट्रेडिंग अपॉर्च्यूनिटी उपलब्ध कराती है.

    हाई लिवरेज -
    इसमें बहुत कम पैसे में आप मार्जिन मनी के सहारे बड़े सौदे कर सकते हैं.

    समझने में आसानी-
    कमोडिटी के बेसिक नेचर और सिंपल इकोनॉमिक फंडामेंटल की वजह से इसे समझना भी आसान होता है

    इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज का क्या है रोल -

    इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज वह संस्था है जो कमोडिटी फ्यूचर में ट्रेडिंग के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराती है. जैसे स्टॉक मार्केट इक्विटी में ट्रेडिंग के लिए स्पेस उपलब्ध कराता है. वर्तमान में फ्यूचर ट्रेडिंग के लिए 95 कमोडिटी उपलब्ध है जो रेगुलेटर फॉर्वर्ड मार्केट कमिशन ( एफएमसी) द्वारा जारी गाइडलाइन और फ्रेमवर्क के अंदर हैं. भारत में 3 नेशनल और 22 क्षेत्रिय एक्सचेंज अभी काम कर रहे हैं.

    एमसीएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) क्या है -

    एमसीएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) द्वारा सुगम कमोडिटी मार्केट में कमोडिटी का कारोबार अक्सर एमसीएक्स ट्रेडिंग के रूप में जाना जाता है. जिस प्रकार बीएसई और एनएसई स्टॉक में कारोबार के लिए मंच प्रदान करते हैं, वैसे ही एमसीएक्स कमोडिटी में कारोबार के लिए एक मंच प्रदान करता है. इसमें कारोबार मेजर ट्रेडिंग मेटल और एनर्जी में होती है. इसमें रोजाना एक्सचेंज वैल्यूम 17,000-20,000 करोड़ है.

    एनसीडीएक्स-
    यह दिसंबर 2003 में अस्त्तिव मे आया. इसमें मुख्यत एग्री ट्रेडिंग होती है. रोजाना एक्सचेंज वैल्यूम लगभग 2000 - 3000 करोड़.

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    भारत की कमोडिटी मार्केट में इन्वेस्टमेंट करने से पहले यहां पढ़ें जरुरी जानकारी

    अगर आप अपनी गाढ़ी कमाई को भारत की कमोडिटी मार्केट में इन्वेस्ट करना चाहते हैं, तो अपनी धन राशि इन्वेस्ट करने से पहले भारत की कमोडिटी मार्केट के सभी विवरणों के बारे में जानने के लिए इस आर्टिकल को ध्यान से जरुर पढ़ें.

    Know about Commodity Market and tips to invest in it

    हमारे देश में कमोडिटी स्टॉक एक्सचेंजों पर कमोडिटी कारोबार में इन्वेस्टमेंट की जा सकती है. कमोडिटी एक्सचेंज के नाम से ही यह पता चलता है कि, यह माल/ कमोडिटी के व्यापार को संदर्भित करता है. वित्तीय बाजार के संदर्भ में इसका सीधा-सा मतलब यह है कि, कमोडिटी एक्सचेंज पर होने वाली अनेक किस्म की वस्तुओं का औपचारिक आदान-प्रदान अर्थात कारोबार करना. इन्वेस्टर्स अपना पैसा कमोडिटी मार्केट में कई अलग-अलग तरीकों से इन्वेस्ट कर सकते हैं. कमोडिटी कंपनियों, म्यूचुअल फंड, या एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) द्वारा जारी किए गए शेयर हैं जिन्हें इन्वेस्टर्स द्वारा भविष्य में खुद को मुद्रास्फीति (इन्फ्लेशन) के जोखिम से बचाने के लिए खरीदा जा सकता है. अगर आप भी ऐसे ही कुछ इन्वेस्टर्स में से एक हैं जो भारत की कमोडिटी मार्केट में अपना धन इन्वेस्ट करने पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं तो, कमोडिटी मार्केट के बारे में हम आपको इस आर्टिकल में सारी महत्त्वपूर्ण जानकारी दे रहे हैं.

    कमोडिटी क्या है?

    आसान शब्दों में अगर हम बात करें तो, मूल रूप से कोई भी 'वस्तु' रोजमर्रा की प्रासंगिकता/ जरुरत के सभी सामान जैसेकि भोजन, ऊर्जा, फर्नीचर या धातु का एक समूह या संपत्ति है. हालांकि, इसे प्रकृति से विनिमेय अर्थात (लेने-देने में सुलभ) होना चाहिए ताकि इसका व्यापार किया जा सके. कार्रवाई योग्य दावों और धन को छोड़कर, किसी कमोडिटी मार्केट के बारे में अधिक जानकारी भी वस्तु अर्थात कमोडिटी को सभी किस्म की चल वस्तुओं के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है, जिन्हें खरीदा और बेचा जा सकता है. आपके कपड़े, जूते, फर्नीचर, खाने-पीने का सारा सामान और दवाइयां, साबुन, तेल आदि सभी ऐसी कमोडिटीज़ हैं जिनका देश-दुनिया में निरंतर लेन-देन या कारोबार होता रहता है.

    वस्तुओं/ कमोडिटीज़ में इन्वेस्टमेंट कहां करें?

    भारत में कमोडिटी ट्रेडिंग एक्सचेंजों पर सभी किस्म की कमोडिटीज़ का कारोबार होता है. यहां कुछ लोकप्रिय कमोडिटी ट्रेड एक्सचेंजों की सूची आपकी सुविधा के लिए दी गई है: -

    1. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज - MCX
    2. नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज - NCDEX
    3. नेशनल मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज - NMCE
    4. इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज - ICEX

    भारत की कमोडिटी मार्केट में इन्वेस्टमेंट के लाभ

    हमारे देश की कमोडिटी मार्केट में इन्वेस्टमेंट करने पर आपको कई फायदे मिलते हैं जैसेकि:

    1. मुद्रास्फीति के खिलाफ संरक्षण - कमोडिटी एक्सचेंज में कारोबार की जाने वाली कमोडिटीज़ इन्वेस्टर्स को मुद्रास्फीति/ इन्फ्लेशन के कुप्रभावों से बचाती हैं.
    2. मूल्य में उतार-चढ़ाव के खिलाफ बचाव-व्यवस्था - आयात और निर्यात के साथ-साथ उत्पाद मूल्य में उतार-चढ़ाव कमोडिटी बाजार को प्रभावित कर सकता है. कमोडिटी फ्यूचर्स में इन्वेस्ट करने से इन्वेस्टर्स को वास्तविक लेनदेन से महीनों पहले तय की गई कीमत पर कमोडिटी खरीदने या बेचने में मदद मिलती है. इस तकनीक को कमोडिटी बाजार में हेजिंग अर्थात बचाव-व्यवस्था के रूप में जाना जाता है.
    3. विविधीकरण - वस्तुओं में इन्वेस्ट करने से इन्वेस्टर्स वित्तीय प्रतिभूतियों (फाइनेंशिल सिक्यूरिटीज़) के संबंध में अपने इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो में विविधता ला सकता है.

    कमोडिटी कैसे खरीदें अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

    1. कमोडिटी बाजार में कारोबार करने के लिए, एक इन्वेस्टर को सबसे पहले अपना एक DMAT खाता खोलना होगा.
    2. कमोडिटीज का कारोबार वैसे ही होता है जैसे भारत के स्टॉक एक्सचेंजों में विभिन्न शेयरों का कारोबार होता है.
    3. कमोडिटीज में इन्वेस्टमेंट करने के लिए, कमोडिटी फ्यूचर्स और ऑप्शंस, कमोडिटी ETF जैसे कई तरीके हैं, जो सीधे भौतिक वस्तुओं (फिजिकल कमोडिटीज़) में इन्वेस्टमेंट करते हैं.
    4. सभी इन्वेस्टर्स के लिए इस पॉइंट पर पहले ही ध्यान देना बहुत जरुरी है कि, इन्वेस्टमेंट का कौन-सा तरीका उनकी जेब के लिए सबसे उपयुक्त रहेगा और यह तरीका उनकी कारोबारी जरूरतों से मेल खाता है.
    5. कमोडिटी ETFs ट्रेडिंग को काफी आसानी बनाते हैं क्योंकि उन्हें स्टॉक की तरह खरीदा जाता है. हालांकि, स्टॉक एक्सचेंज पर शेयर की कीमतों की तरह ही विभिन्न कमोडिटीज़ की भविष्य की कीमतों में भी अक्सर उतार-चढ़ाव होता रहता है.

    *अस्वीकरण - यह सारी जानकारी केवल आपके वित्तीय ज्ञान और समझ बढ़ाने के लिए इस आर्टिकल में प्रस्तुत की गई है. इसे किसी भी व्यक्ति के द्वारा वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए.

    GYANGLOW

    कमोडिटी बाजार में कच्चे उत्पाद और कीमती वस्तुओं जैसे तेल सोना या कॉफी खरीदना बेचना का व्यापार किया जाता है। कमोडिटी बाजार भी एक प्रकार से शेयर मार्केट की तरह काम करता है।

    कमोडिटी बाजार के बारे में जानकारी

    भारत में, आप पैसे का निवेश कर सकते हैं और अपने पोर्टफोलियो को कई तरह से स्वस्थ और लाभदायक बनाए रखने के लिए उसमें विविधता ला सकते हैं। सबसे लोकप्रिय तरीकों में से एक कमोडिटी ट्रेडिंग है।

    जबकि कमोडिटी बाजार भारत में सौ से अधिक वर्षों से अस्तित्व में है, हालांकि कमोडिटी बाजार शेयर बाजारों की तुलना में कम लोकप्रिय हैं, वे भारतीय अर्थव्यवस्था के कामकाज और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

    इस पोस्ट में, आइए हम भारत में कमोडिटी बाजारों की भूमिका और महत्व को समझने की कोशिश करें।

    कमोडिटी बाजार क्या हैं?

    जिस तरह शेयर बाजार व्यापारिक शेयरों की सुविधा देता है, वैसे ही धातु, सोना, चांदी, कृषि उत्पाद, और अन्य जैसी वस्तुओं का कारोबार कमोडिटी बाजार नामक समर्पित बाजारों में किया जाता है। व्यापारी, निर्माता, उत्पादक और अन्य लोग विभिन्न वस्तुओं की कीमत की खोज के लिए इन बाजारों का व्यापक रूप से उपयोग करते हैं।

    शेयर बाजार की तरह, खरीदने और बेचने के लिए स्टैंडअलोन कमोडिटी एक्सचेंज हैं। वर्तमान में, देश में तीन मुख्य कमोडिटी एक्सचेंज संचालित होते हैं - एमसीएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज), आईसीईएक्स (इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज), और एनसीडीईएक्स (नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज)।

    हालांकि, एमसीएक्स भारत में अग्रणी कमोडिटी एक्सचेंज है, जहां स्पॉट ट्रेडिंग और डेरिवेटिव दोनों में सबसे अधिक दैनिक कारोबार होता है।

    भारत में कमोडिटी बाजार कितने महत्वपूर्ण हैं?

    भारत में कमोडिटी बाजार देश की अर्थव्यवस्था, निवेशकों और अपने जीवन यापन के लिए वस्तुओं पर निर्भर लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं। कमोडिटी बाजारों की कुछ सबसे महत्वपूर्ण विशेषताएं हैं:

    ये बाजार लोगों को भारत में कृषि उत्पादों सहित विभिन्न वस्तुओं की वास्तविक कीमतों का पता लगाने की अनुमति देते हैं। ये बाजार सुनिश्चित करते हैं कि वस्तुओं को कम कीमत पर नहीं बेचा जाता है, जिससे कोई नुकसान नहीं होता है।

    गुणवत्ता रखरखाव

    कमोडिटी बाजारों में खरीद और बिक्री के लिए उपलब्ध वस्तुओं की गुणवत्ता के संबंध में सख्त आवश्यकताएं हैं। इस तरह की नीतियां सुनिश्चित करती हैं कि पूरे देश में माल की गुणवत्ता बेहतर हो, जिससे आपूर्तिकर्ताओं और उपभोक्ताओं को भी लाभ हो।

    कमोडिटी फ्यूचर्स में ट्रेडिंग ब्रोकर के साथ बनाए गए मार्जिन के माध्यम से लीवरेज पर आधारित होती है। हाथ में बहुत कम मात्रा में नकदी के साथ एक बड़ा लेनदेन किया जा सकता है।

    भारत में कमोडिटी बाजारों की भूमिका

    इसके महत्व को देखते हुए, यह कहना आसान है कि भारत में कमोडिटी बाजारों की भूमिका नागरिकों की रक्षा और अर्थव्यवस्था के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। यहाँ कुछ तरीके हैं जिनसे बाजार अपनी भूमिका निभाता है।

    कृषि पारिस्थितिकी तंत्र में बड़ा निवेश

    आज, कृषि क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है एक अच्छी तरह कमोडिटी मार्केट के बारे में अधिक जानकारी से डिजाइन की गई फसल के बाद की प्रणाली का अभाव, जो संचरण के दौरान खाद्यान्न की पर्याप्त हानि की ओर जाता है, कीमतों को प्रभावित करता है और किसानों को नीचे रखता है। नुकसान।

    एक विनियमित वस्तु बाजार किसानों, दलालों, उपभोक्ताओं और निवेशकों के लिए बचाव का काम करता है। इस तरह की व्यवस्था बेहतर परिवहन सुविधाओं और वेयरहाउसिंग सिस्टम में कृषि में बड़े निवेश को प्रोत्साहित करती है। यह बदले में, एक बेहतर विकसित पारिस्थितिकी तंत्र का परिणाम देगा।

    खाद्य सुरक्षा प्राप्त करना

    भारत सरकार कमोडिटी बाजारों के माध्यम से खाद्य सुरक्षा प्राप्त करती है। हाल की रिपोर्टों से पता चलता है कि कैसे पंजाब में खराब भंडारण के कारण 800 करोड़ रुपये से अधिक के अनाज नष्ट हो गए।

    भारत में किसानों को ऐसी समस्या का सामना करना पड़ता है और वे खेतों में पैदा होने वाले भोजन को जोखिम में डालने के लिए मजबूर होते हैं। हालांकि, वे कमोडिटी मार्केट के बारे में अधिक जानकारी कीमतों में लॉक करके अपने अनाज को बेचने के लिए वायदा बाजार का उपयोग कर सकते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उतार-चढ़ाव उनकी स्थिति को प्रभावित नहीं करते हैं।

    बाजार में किसी वस्तु की अधिक आपूर्ति कमोडिटी मार्केट के बारे में अधिक जानकारी से कीमतें कमजोर हो जाती हैं, जिससे किसानों को लाभ पहुंचाने वाली कीमत पर कमोडिटी पर वायदा बेचकर इससे निपटा जा सकता है। पश्चिमी देशों में रहने वाले किसान आमतौर पर कृषि उत्पादों के लिए कीमतों में बदलाव को रोकने के लिए वायदा बाजार का उपयोग करते हैं।

    एकत्रीकरण और वित्तपोषण तंत्र

    भारतीय किसानों की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक यह है कि वे छोटे और बिखरे हुए हैं। इस परिदृश्य में एक एग्रीगेटर ही एकमात्र उद्धारकर्ता है। इस समय, एग्रीगेटर की भूमिका बिचौलियों द्वारा निभाई जाती है, लेकिन यह सिस्टम की पारदर्शिता को सुनिश्चित नहीं करता है।

    एक सुव्यवस्थित वस्तु बाजार एक प्रभावी एग्रीगेटर साबित हो सकता है क्योंकि यह एक गारंटीकृत एकत्रीकरण प्रणाली प्रदान करता है जो बिखरे हुए किसानों की सुविधा प्रदान करता है। वित्त पोषण पण्य बाजार का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू है।

    ये बाजार गोदाम प्राप्तियों के खिलाफ वित्त जुटाने में सक्षम हैं और कृषि क्षेत्र को असंगठित वित्तपोषण पर निर्भर होने से छुटकारा दिलाते हैं।

    खुदरा निवेशकों के लिए नया विकल्प

    भारतीय व्यापारियों के लिए निवेश के विकल्प हमेशा रियल एस्टेट, सोना, इक्विटी, बॉन्ड और एफडी तक सीमित रहे हैं। हालांकि निवेशक परोक्ष रूप से इक्विटी बाजारों के माध्यम से वस्तुओं में निवेश कर सकते हैं, प्रत्यक्ष निवेश के लिए कमोडिटी एक परिसंपत्ति वर्ग के रूप में उपलब्ध नहीं थे।

    कमोडिटी बाजार छोटे और बड़े निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने और अन्य निवेशों के जोखिम को कम करने की अनुमति देता है। व्यापारियों को अपना पैसा लगाने के लिए कई तरह की वस्तुएं मिल सकती हैं।

    कमोडिटी निवेश के साथ शुरुआत करना भारत पहली बार में कठिन लग सकता है, लेकिन इस बाजार के आसपास एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र है, जो शिक्षा और सलाहकार सेवाओं पर केंद्रित है, जो समग्र बाजार की पहुंच और कर्षण को बढ़ाता है।

    जोखिम वितरण और हेजिंग

    कमोडिटी बाजारों के सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में से एक जोखिम और हेजिंग कीमतों को कम करके निवेशकों की रक्षा करना है। एक व्यापारी, उदाहरण के लिए, एक कीमती धातु में मूल्य आंदोलनों के खिलाफ हेजिंग में रुचि रखने वाला, वायदा के साथ कीमत को लॉक कर सकता है।

    एक एफएमसीजी कंपनी खुद को बचाने के लिए कमोडिटी फ्यूचर्स मार्केट का इस्तेमाल करके कृषि उत्पादों में उतार-चढ़ाव से भी बचाव कर सकती है। एक विनियमित वस्तु बाजार बड़ी संख्या में निवेशकों को उनकी सुरक्षा के लिए जोखिम वितरित करता है।

    यह एक और महत्वपूर्ण भूमिका है जो कमोडिटी बाजार निभाते हैं। इस बात को समझने के लिए सोने का उदाहरण लें। सोने की ज्यादातर मांग सट्टा उद्देश्यों से आती कमोडिटी मार्केट के बारे में अधिक जानकारी है। देश कितना सोना पैदा करता है इसकी एक सीमा है और हम मांग को पूरा करने के लिए आयात पर निर्भर हैं। सोने के आयात में बड़ी कमी है।

    बिना किसी अतिरिक्त लाभ के बहुत सारे मूल्यवान विदेशी मुद्रा संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है। यह बढ़ जाता है क्योंकि अधिक से अधिक व्यापारी संपत्ति को पकड़ना चुनते हैं। एक मजबूत कमोडिटी फ्यूचर्स मार्केट अर्थव्यवस्था के लिए कीमती संसाधनों की बचत करके, सोने की सट्टा मांग को अवशोषित करके इस समस्या को हल कर सकता है।

    निष्कर्ष

    भारतीय कमोडिटी बाजार बढ़ रहा है और आगे भी बढ़ता रहेगा। अन्य बाजारों की तुलना में कम लोकप्रिय होने के बावजूद, कमोडिटी बाजार जोखिम को कम करने, कीमतों को प्रभावित करने और कृषि क्षेत्र और भारतीय अर्थव्यवस्था को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

    Commodities Live: Commodity Market से जुड़ी हर बड़ी खबर; Sep 17, 2021

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