शेयर बाजार क्या है

Station Guruji
Stock Market में P/E Ratio क्या है? शेयर खरीदने से पहले इसे जरूर जानें।
Stock Market में P/E Ratio क्या है?
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अच्छा शेयर कैसे चुनें? इसमें मैंने आपको बताया था कि अच्छे शेयर चुनने से पहले किन-किन बातों पर ध्यान देना आवश्यक है।
यदि आपको स्टॉक मार्केट में सफल निवेशक बनना है तो आपको कई बातों पर ध्यान देना होगा। आप चाहे लंबी अवधि के लिए स्टॉक मार्केट में निवेश करते हैं या फिर Intraday Trading करते हैं।
हर परिस्थिति में अच्छी स्टॉक को चुनना आवश्यक है। आज मैं आपको एक ट्रिक बता रहा हूं जिसके द्वारा आप एक सेकंड में मालूम कर सकते हैं कि यह शेयर खरीदना चाहिए या नहीं।
दोस्तों एक अच्छा शेयर का चुनाव के जितने भी तरीके हैं हम सभी अपनाते हैं। शेयर को सेलेक्ट कर लेते हैं। जब उसे खरीदे लगते हैं तो मन में कई तरह की आशंका उत्पन्न होने लगती है। यह शेयर महंगा तो नहीं है। इसे लेने के बाद इसका दाम नीचे तो नहीं गिर जाएगा।
यदि आपके भी मन में भी यह आशंकाएं उत्पन्न हो रही है कि जो शेयर हम खरीदने जा रहे हैं वह सस्ता है या महंगा। यह कैसे पता करें। तो आपके लिए बड़ा ही अच्छा नॉलेज शेयर कर रहा हूं जिसका नाम है P/E Ratio.
P/E Ratio का मतलब क्या है?
P/E Ratio का अर्थ Price Earning Ratio है।
साधारण भाषा में इसका मतलब यह होता है कि हमें कितने रुपए लगाने पर कितने रुपए मिलेगा।
उदाहरण द्वारा इसे समझते हैं। रिलायंस कंपनी के 1 शेयर का दाम अभी ₹ 2000 हैं। इस कंपनी ने पिछले 1 साल में ₹ 200 लाभ दिया है। यदि मुझे इसका P/E Ratio निकालना है तो 2000 ÷ 200 = 10 निकलेगा।
इस P/E Ratio का मतलब यह हुआ कि आपको ₹ 1 कमाने के लिए रिलायंस कंपनी में ₹10 लगाना पड़ेगा। या दूसरे भाषा में ₹ 2000 केेेेेेे निवेश पर हमें ₹ 200 प्राप्त होगा।
इस प्रकार P/E Ratio उसे कहते हैं जिसे प्रति शेयर बाजार मूल्य में उसके द्वारा दी गई आय के द्वारा भाग देने पर जो प्राप्त होता है वही P/E Ratio है।
शेयर खरीदने हेतु P/E Ratio क्या होने चाहिए
अब आपके मन में यह सवाल उठता होगा कि शेयर खरीदने वक्त हमें कितना P/E Ratio का शेयर खरीदना चाहिए और कितना P/E Ratio शेयर नहीं खरीदना चाहिए।
आमतौर पर वित्तीय सलाहकार कहते हैं कि जिसका P/E Ratio 30 से ज्यादा है उसे हमें नहीं खरीदना चाहिए। क्योंकि यदि मुझे ₹30 लगाकर सालाना ₹1 प्राप्त हो यहां तक तो ठीक माना जा सकता है। पर उससे ज्यादा लगाकर यदि मुझे ₹1 प्राप्त हो तो यह कभी भी ठीक नहीं माना जा सकता।
वैसे जैसे जैसे कंपनी मुनाफा कमाता रहता है उसका P/E Ratio बढ़ता रहता है। इसलिए आप कंपनी के पिछले कुछ सालों का मुनाफा देख सकते हैं। यह जरूरी नहीं कि P/E Ratio ज्यादा होने से उस शेयर में निवेश ना करें।
क्या केवल P/E Ratio द्वारा ही अच्छे शेयर का चुनाव सही है?
यदि आप सोच रहे हैं कि मुझे P/E Ratio निकालना आ गया और इसे देखकर मैं अच्छे से शेेेयर खरीद कर एक सफल निवेशक बन जाऊंगा तो यह आप गलत सोच रहे हैं। कई बार हम भ्रम में भी आ जाते हैंं। गलत P/E Ratio दौरा भी शेयर बाजार क्या है हम गलत शेयर खरीद कर नुकसान उठा लेते हैं।
कई ऐसे भी कंपनी होती हैं जिसकी P/E Ratio में काफी उतार-चढ़ाव होता रहता है। यानी किसी वर्ष यह बहुत ज्यादा बढ़ जाता है और किसी बात बहुत कम हो जाता हैै।
उदाहरण रियल स्टेट कंपनी का लेते हैं। किसी वर्ष 50 घर भी नहीं बिकता तो किसी वर्ष 500 घर बिक जाता है। जिस वर्ष इस कंपनी का 500 घर बिका है उस वर्ष का P/E Ratio 20 मान लेते हैं। हम यह सोच कर शेयर खरीद लेते हैं कि P/E Ratio उसका कम है।
अगले वर्ष 50 घर भी नहीं बिका और वह हमें नुकसान उठाना पड़ जाता है। इसलिए आप केवल P/E Ratio पर निर्भर ना रहे।
P/E Ratio और क्या बताता है?
P/E शेयर बाजार क्या है Ratio द्वारा किसी कंपनी के शेयर सस्ते या महंगे का अनुमान लगा सकते हैंं। इसके अलावा आप यह भी अनुमान लगा सकते हैं कि वर्तमान में शेयर बाजार महंगा है या सस्ता हैै।
मेरा कहने का अर्थ यह है कि कई बार नये निवेशक सोचते हैं कि जब बाजार सस्ता होगा तब निवेश की शुरुआत करूंगा। यह पता कैसे चलेगा कि मार्केट अभी सस्ता है या महंगा है। उसके लिए आप मार्केट का P/E Ratio देख सकते हैं।
भारतीय बाजार में मुख्य रूप से दो जगह शेयर की खरीद बिक्री की जाती है। एक सेंसेक्स और दूसरा है निफ्टी। सेंसेक्स 30 कंपनी का प्रतिनिधित्व करती है और निफ्टी भारत के 50 कंपनी का प्रतिनिधित्व करती है।
सेंसेक्स और निफ्टी यह बताती है कि अभी भारतीय बाजार का क्या हाल है। यदि आप नये निवेशक हैं या शेयर मार्केट में निवेश करने की सोच रहे हैं तो सेंसेक्स और निफ्टी का P/E Ratio जाकर जरूर देख लें। आपको पता लग जाएगा कि अभी भारतीय शेयर बाजार सस्ता है या महंगा है।
सस्ता है तो फिर आप निवेश की शुरुआत कर दीजिए और यदि महंगा है तो कुछ समय इंतजार कर सकते हैं। वैसे एकमुश्त निवेश में यह देखा जाता है। जब आप एसआईपी शुरू करने की सोच रहे हैं तो आप कभी भी शुरू कर सकते हैं।
P/E Ratio बदलता रहता है
P/E Ratio हमेशा बदलता रहता है। यह नहीं कि आपने एक बार जो P/E Ratio देख लिया वह हमेशा के लिए रहेगा। मान लीजिए किसी कंपनी का P/E Ratio अभी 25 है।
कुछ दिनों बाद कंपनी ने अच्छा मुनाफा कमाया और उसके शेयर का दाम बढ़ गया। क्योंकि सभी लोग उसके शेयर को खरीदने लगे। हम उस कंपनी का P/E Ratio बढ़ जाएगा।
इसलिए आप जिस वक्त शेयर खरीदते हैं उस वक्त उस शेयर का भी P/E Ratio देख ले।
जाते जाते एक बात आपको बता कर जा रहा हूं शेयर बाजार जितना ही लाभदायक है उतना ही नुकसानदायक। इसमें हम 1 दिन में लाखों कमा भी सकते हैं और लाखों गंवा भी सकते हैं।
आप तभी इसमें निवेश करने की सोचे जब आप लाखों कमाने और गंवाने के लिए तैयार हो। किसी के भी कहने पर कहीं भी निवेश ना करें। सोच समझ कर फैसला ले। आपके मेहनत की कमाई पर पहला अधिकार आपका ही है।
किसी के कहने पर किसी भी शेयर में निवेश ना करें। निवेश से पहले विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले। आप चाहे कितने बड़े खिलाड़ी हो लेकिन कर्ज लेकर कभी भी स्टॉक मार्केट में निवेश ना करें इससे आप ज्यादा कठिनाई में पड़ सकते हैं।
मल्टीबेगर शेयर के अलावा Penny Stocks जिसका मूल्य ₹10 से कम है आप चाहे तो उसमे निवेश कर सकते हैं। इलेक्ट्रिक वाहन शेयर जो मार्केट में बिल्कुल नया है उसमें भी निवेश कर सकते हैं। लेकिन निवेश करने से पहले अच्छी तरह रिसर्च जरूर कर ले।
Stock Market Update : आज शेयर बाजार में नहीं होगी ट्रेडिंग, जानें क्यों बंद रहेगा स्टॉक मार्केट, आगे कब है छुट्टी?
भारतीय शेयर बाजार में आज निवेश का इंतजार कर रहे लोगों को आज निराश होना पड़ सकता है. आज दोनों ही एक्सचेंज बीएसई और एनएसई पर कोई ट्रेडिंग होगी. बलिप्रतिपदा के मौके पर आज बाजार पूरी तरह बंद रहेगा. इसके अलावा डेरिवेटिव सेग्मेंट में भी आज ट्रेडिंग नहीं की जाएगी.
- News18Hindi
- Last Updated : October 26, 2022, 07:35 IST
हाइलाइट्स
दिवाली बलिप्रतिपदा के मौके पर आज बुधवार 26 अक्तूबर को ट्रेडिंग नहीं होगी.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) आज नहीं खुलेंगे.
आज देश के कई हिस्सों में गोवर्धन पूजा का त्योहार भी मनाया जा रहा है.
नई दिल्ली. भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) में निवेश की तैयारी कर रहे लोगों के लिए बड़ा अपडेट है. दिवाली बलिप्रतिपदा के मौके पर आज बुधवार 26 अक्तूबर को ट्रेडिंग नहीं होगी और दोनों ही प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) आज नहीं खुलेंगे.
शेयर बाजार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, दोनों ही एक्सचेंज पर हर कारोबारी सत्र में सुबह 9.15 बजे से दोपहर 3.30 बजे तक होने वाली ट्रेडिंग आज बंद रहेगी. बलिप्रतिपदा दिवाली के चौथे दिन मनाया जाता है. यह त्योहार हिंदूचंद्र मास कार्तिक के शुक्ल पक्ष की प्रथम तिथि को मनाया जाता है. इसे राजा बलि पर भगवान विष्णु की विजय के रूप में मनाया जाता है. आज देश के कई हिस्सों में गोवर्धन पूजा का त्योहार भी मनाया जा रहा है.
क्या-क्या आज रहेंगे बंद
बीएसई के अनुसार, आज के दिन एक्सचेंज पर इक्विटी सेग्मेंट, इक्विटी डेरिवेटिव सेग्मेंट और एसएलबी सेग्मेंट के साथ करेंसी डेरिवेटिव सेग्मेंट व इंटेरेस्ट रेट डेरिवेटिव सेग्मेंट में कोई ट्रेडिंग नहीं की जाएगी. इसके अलावा आज नए डेट सेग्मेंट में भी कोई ट्रेडिंग नहीं की जाएगी. आज रिपोर्टिंग, सेटलमेंट एंड ट्रेडिंग और ट्राई पार्टी रेपो व कमोडिटी डेरिवेटिव सेग्मेंट में ट्रेडिंग बंद रहेगी.
शाम को खुलेगा यह एक्सचेंज
आज मल्टीकमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (MCX) भी सुबह के सत्र में बंद रहेगा. यह देश का पहला लिस्टिंग एक्सचेंज है. हालांकि, एमसीएक्स पर शाम के सत्र में ट्रेडिंग होगी और यह शाम 5 बजे से रात 11.55 बजे तक खुला रहेगा. कमोडिटी डेरिवेटिव सेग्मेंट में भी सुबह के सत्र में कारोबार बंद रहेगा, लेकिन शाम के सत्र में यहां भी ट्रेडिंग शुरू हो जाएगी.
नवंबर में भी बंद रहेगा शेयर बाजार
अक्तूबर में दो तीन दिन बंद रहने के बाद नवंबर में भी एक दिन शेयर बाजार नहीं खुलेगा. एक्सचेंज से मिली जानकारी के अनुसार, 8 नवंबर को गुरुनानक जयंती के मौके पर बीएसई और एनएसई दोनों ही एक्सचेंज पर ट्रेडिंग नहीं होगी. इससे पहले शेयर बाजार क्या है अक्तूबर में 5 तारीख को दशहरा के मौके पर शेयर बाजार बंद रहा तो 24 तारीख को दिवाली के दिन भी सुबह कोई ट्रेडिंग नहीं हुई. हालांकि, दिवाली पर शाम को करीब एक घंटे के लिए मुहूर्त ट्रेडिंग पर बाजार खुला.
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क्या आप भी करना चाहते हैं शेयर बाजार से कमाई, स्टेप बाई स्टेप जानिए क्या है पूरा प्रोसेस
शेयर बाजार ( Share Market ) में निवेश तो कई लोग करना चाहते हैं लेकिन इस बाजार की टेक्निकल बातों और बाजार के जोखिम के चलते लोग यहां निवेश करने से घबरातें हैं. लेकिन सही रणनीति और सुझबुझ से यहां पैसा बनाया जा सकता है.
Updated on: Jan 21, 2021 | 12:54 PM
शेयर बाजार ने 21 जनवरी को नया रिकॉर्ड बनाया. बीएसई के सेंसेक्स ने गुरुवार को 50,000 का ऐतिहासिक आंकड़ा पार कर गया. इस दौरान केवल कुछ ही मिनटों में शेयर बाजार से निवेशकों 1.40 लाख करोड़ रुपए की कमाई कर डाली. बुधवार को बीएसई लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 1,97,70,572.57 करोड़ रुपए था, जो गुरुवार को शुरुआती कारोबार में 1,35,552 करोड़ रुपए बढ़कर 1,99,06,124.57 करोड़ रुपए हो गया. दरअसल जनवरी का महीना निवेशको के लिए काफी शुभ रहा है. केवल जनवरी महीने में बीएसई का कुल मार्केट कैप 11 लाख करोड़ रुपए बढ़ गया है.
शेयर बाजार में निवेश कई लोग करना चाहते हैं लेकिन इस बाजार की टेक्निकल बातों और बाजार के जोखिम के चलते लोग यहां निवेश करने से कतराते हैं. इसलिए टीवी 9 हिन्दी आज आपको इस बाजार की कठिन से कठिन चीज आसान भाषा में समझाने जा रहा है. बाजार में निवेश की शुरूआत से लेकर इसके कठिन पहलुओं पर टीवी9 हिन्दी ने फिनोलॉजी के सीईओ प्रांजल कामरा से बातचीत की. आइए जानते हैं क्या है बाजार और कैसे शुरू कर सकते हैं इसमें निवेश.
सबसे पहले तय करें रणनीति
किसी भी निवेश से पहले आपको यह जानना जरुरी है कि आखिर आप निवेश करना क्यों चाहते हैं. अपने वित्तीय लक्ष्य को हासिल करने के तरीके को जानना सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक है जिसे आप अपने लिए कर सकते हैं. और, आपको ऐसा करने के लिए एक विशेषज्ञ होने की जरूरत नहीं है. आपको केवल कुछ मूल बातें जानने की जरूरत है, एक योजना बनाएं और उसका पालन करने के लिए पर्याप्त अनुशासित रहें.
क्यों करना चाहते हैं निवेश
अपने आप से पूछें कि आप क्या चाहते हैं और अपने सबसे महत्वपूर्ण वित्तीय लक्ष्यों को लिस्ट बना लें कि आप इस बाजार में निवेश किस लक्ष्य को हासिल करने के लिए करना चाहते है. आपको यह तय करना होगा कि आप शादी के लिए निवेश कर रहे हैं, अपने बच्चे के कॉलेज फंड, सेवानिवृत्ति, या कुछ और. फिर, तय करें कि आपको अपने लक्ष्य को कितने वर्षों में पूरा करना है. ऐसा इसलिए है क्योंकि जब आप निवेश करते हैं, तो यह आपके लिए सबसे जरुरी ये जानना होता है कि इसमें आपको प्रवेश कब करना है और निकलना कब है. डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट्स खोलें
निवेश शुरू करने के लिए, आपको डीमैट और ट्रेडिंग खातों की जरुरत होता है. इसकी शुरूआत आप इन 3 आसान स्टेप में कर सकते हैं.
स्टेप 1: एक स्टॉक ब्रोकर चुनें जहां डीमैट और ट्रेडिंग खाता खुलवाया जा सकें स्टेप 2: केवाईसी के नियमों को पूरा करें. चरण 3: केवाईसी की सत्यापन प्रक्रिया पूरा होते ही आप बाजार से कमाई करने के लिए आप रजिस्टर्ड हैं.
अब निवेश के लिए बजट निर्धारित करें
बजट तय करना निवेश का महत्वपूर्ण हिस्सा है. आपको यह पता लगाने की आवश्यकता है कि शेयरों में निवेश शुरू करने के लिए आपको कितना पैसा चाहिए. इसके अलावा, विश्लेषण करें कि क्या वार्षिक एकमुश्त निवेश करना आपके लिए अनुकूल होगा या यह मासिक आधार पर अधिक आकर्षक होगा. यह बजट अंततः आपके निवेश लक्ष्यों और उन्हें कैसे प्राप्त किया जा सकता है, हालांकि इसमें सबसे ज्यादा ध्यान देने वाले बात यह है कि आप कोई ऐसा लक्ष्य तुरंत के लिए न बना लें जिसमें सीधे 50 फीसदी का मुनाफा हो.
निफ्टी में निवेश : जब आप यह सब पता लगा लेते हैं, तो आप निफ्टी जैसे सूचकांकों के लिए तैयार हैं. ऐसा करने के कई तरीके हैं:
1. स्पॉट ट्रेडिंग और डेरिवेटिव ट्रेडिंग
निफ्टी में निवेश करने का सबसे सरल तरीका किसी कंपनी के स्टॉक्स को खरीदना. जब आप किसी कंपनी का स्टॉर खऱीदते हैं तो आप उनकी कीमत बढ़ने पर पूंजीगत लाभ का फायदा उठा सकते हैं. वहीं डेरिवेटिव्स एक तरह वित्तीय अनुबंध हैं ये स्टॉक, कमोडिटीज, मुद्राएं आदि हो सकते हैं. इस पद्धति के साथ, पार्टियां भविष्य की तारीख में अनुबंध का निपटान करने के लिए सहमत होती हैं और अंतर्निहित परिसंपत्ति के भविष्य के मूल्य पर दांव लगाकर लाभ कमाती हैं. निफ्टी इंडेक्स में ट्रेडिंग के लिए, आपके पास दो डेरिवेटिव इंस्ट्रूमेंट्स हैं:
● निफ्टी फ्यूचर्सः
आसान शब्दों में, फ्यूचर्स कॉन्ट्रेक्ट खरीदार और विक्रेता के बीच भविष्य की तारीख पर निफ्टी लॉट के ट्रेडिंग का एक समझौता है. अनुबंध की अवधि के दौरान, यदि कीमत बढ़ जाती है, तो आप स्टॉक बेच सकते हैं और यील्ड कमा सकते हैं. यदि कीमत कम हो जाती है, तो आप सेटलमेंट डेट तक इंतजार कर सकते हैं ताकि कीमत कम हो सकें.
● निफ्टी ऑप्शंसः
एक ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट वह है जो खरीदार और विक्रेता के बीच निफ्टी लॉट को एक विशिष्ट मूल्य पर भविष्य की तारीख में व्यापार करने के लिए निर्धारित किया जाता है. ऑप्शन कॉन्ट्रेक्ट का खरीदार प्रीमियम का भुगतान करके कानूनी अधिकार प्राप्त करता है. हालांकि, अगर भविष्य में कीमत लाभ दे रही है तो भविष्य में निफ्टी को खरीदने / बेचने का दायित्व उनका नहीं है.
इंडेक्स फंड्स
यह एक पोर्टफोलियो (स्टॉक, बॉन्ड, इंडेक्स, मुद्राएं, आदि) के साथ म्यूचुअल फंड का एक प्रकार है, जो मार्केट इंडेक्स (स्टॉक और उनकी कीमत में उतार-चढ़ाव) के घटकों को मैच या ट्रैक करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो व्यापक बाजार प्रदर्शन प्रदान करता है. ये फंड निफ्टी सहित विभिन्न सूचकांकों में निवेश करते हैं.
हाल के वर्षों में निफ्टी इंडेक्स और शेयर बाजार में बड़े पैमाने पर वृद्धि ने खुदरा निवेशकों, संस्थागत निवेशकों और विदेशी निवेशकों को आकर्षित किया है, जो सीधे या इंडेक्स फंड के माध्यम से अपने पैसे को इंडेक्स में डालते हैं. निवेश करते समय बस ऊपर दिए गए बातों को ध्यान में रखेंगे तो आप बाजार से भी बिना ज्यादा जोखिम अच्छा मुनाफा कमा सकते है.
What is Share Market in Hindi - शेयर बाजार क्या है?
अगर शाब्दिक अर्थ में कहें तो शेयर बाजार (Stock Market) किसी सूचीबद्ध कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने-बेचने की जगह है. भारत में बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) नाम के दो प्रमुख शेयर बाजार हैं. हालांकि शेयर बाजार में बांड, म्युचुअल फंड और डेरिवेटिव का भी व्यापार होता है
What is Share Market in Hindi - दुनिया में पैसे कमाने का जरिया बहुत है, कुछ लोग job करके पैसे कमाते हैं तो कुछ लोग व्यापार यानि business करके पैसे कमाते हैं और कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपने पैसे दाव पर लगा कर ढेर सारे पैसे कमाते हैं. पर ये लोग अपने पैसे कौन सी जगह पर दाव पर लगाते हैं, ऐसी कौन सी जगह है की जहाँ अपने पैसे दाव पर लगाने के बाद भी लोगों को मुनाफा होता है? वो जगह है share market यानि शेयर बाज़ार. Share Bazar के बारे में सभी ने सुना होगा मगर वहां क्या होता है इसका ज्ञान सभी को नहीं है.
1.Share Market और Stock Market एक ऐसा market है जहाँ बहुत से companies के shares ख़रीदे और बेचे जाते हैं. ये एक ऐसी जगह है जहाँ कुछ लोग या तो बहुत पैसे कमा लेते हैं या तो अपने सारे पैसे गवा देते हैं. किसी कंपनी का share खरीदने का मतलब है उस कंपनी में हिस्सेदार बन जाना. आप जितने पैसे लगायेंगे उसी के हिसाब से कुछ प्रतिशत के मालिक आप उस कंपनी के हो जाते हैं. जिसका मतलब ये है की अगर उस कंपनी को भविष्य में मुनाफा होगा तो आपके लगाये हुए पैसे से दुगना पैसा आपको मिलेगा और अगर घाटा हुआ तो आपको एक भी पैसे नहीं मिलेंगे यानि की आपको पूरी तरह से नुकसान होगा. जिस तरह Share market in Hindi में पैसे बनाना आसान है ठीक उसी तरह यहाँ पैसे गवाना भी उतना ही आसान है क्यूंकि stock market में उतार चढ़ाव होते रहते हैं.
2.Share Market में share कब खरीदें? - Stock Market में share खरीदने से पहले आप इस लाइन में पहले experience gain कर लें की यहाँ कैसे और कब invest करना चाहिये. और कैसी कंपनी में आप अपने पैसे लगायेंगे तब जा कर आपको मुनाफा होगा. इन सब चीजों का पता लगायें ज्ञान बटोरे उसके बाद ही जा कर share market में निवेश करें. Share market में कौन सी कंपनी का share बढ़ा या गिरा इसका पता लगाने के लिए आप economic times जैसे newspaper पढ़ सकते हैं या फिर NDTV Business न्यूज़ चैनल भी देख सकते हैं जहाँ से आपको Share Market की पूरी जानकारी मिल जाएगी.
ये जगह बहुत ही risk से भरी हुयी होती है इसलिए यहाँ तभी निवेश करना चाहिये जब आपकी आर्थिक स्तिथि ठीक हो ताकी जब आपको घाटा हो तो आपको उस घाटे से ज्यादा फर्क ना पड़े. या तो फिर आप ऐसा भी कर सकते हैं की शुरुआत में आप Share Market में थोड़े से पैसे से निवेश करें ताकि आगे जाकर आपको ज्यादा झटका ना लगे. जैसे जैसे आपका इस field में knowledge और experience बढेगा वैसे वैसे आप धीरे धीरे अपने निवेश को बढ़ा सकते हैं.
Share market में निवेश करने से पहले आप इस market के बारे में अधिक शेयर बाजार क्या है जानकारी जरुर लें वरना इस market में धोके भी बहुत मिलते हैं. कई बार ऐसा होता है कुछ कंपनी fraud होती हैं और अगर आप उस कंपनी के shares को खरीद कर अपने पैसे लगाते हैं तो ऐसी कंपनी सबके पैसे ले कर भाग जाती हैं. और फिर आपके लगाये हुए सारे पैसे डूब जाते हैं. इसलिए किसी भी कंपनी के shares को खरीदने से पहले उसके background के details को अच्छे से जरुर check कर लें
3.Share कैसे खरीदें? -Share market में share खरीदने के लिए आपको एक Demat account बनाना होता हैं. इसके भी दो तरीके हैं, पहला तो आप एक broker यानि की दलाल के पास जाकर एक Demat account खोल सकते हैं. Demat account में हमारे share के पैसे रखे जाते हैं जिस तरह की हम किसी bank के खाते में अपना पैसा रखते हैं ठीक उसी तरह. अगर आप share market में निवेश कर रहे हैं तो आपका demat account होना बहुत ही जरुरी है. क्यूंकि कंपनी को मुनाफा होने के बाद आपको जितने पैसे मिलेंगे वो सारे पैसे आपके demat account में जायेंगे ना की आपके bank account में और demat account आपके savings account के साथ लिंक हो कर रहता है अगर आप चाहे तो उस demat account से अपने bank account में बाद में अमाउंट transfer कर सकते हैं. Demat account बनाने के लिए आपका किसी भी bank में एक savings account होना बहुत जरुरी है और proof के लिए pan card की copy और address proof चाहिये होती है.
दूसरा तरीका है की आप किसी भी bank में जाकर अपना demat account खुलवा सकते हैं. लेकिन आप अगर एक broker के पास से अपना account खुलवायेंगे तो आपको उससे ज्यादा फायदा होगा. क्यूंकि एक तो आपको अच्छा support मिलेगा और दूसरा आपके निवेश के हिसाब से ही वो आपको अच्छी कंपनी suggest करते हैं जहाँ आप अपने पैसे लगा सकते हैं. ऐसा करने के लिए वो पैसे लेते हैं.
4.India में दो main stock exchange हैं वो है Bombay stock exchange (BSE) और National stock exchange (NSE), यही share ख़रीदे और बेचे जाते हैं. ये जो brokers होते हैं वो stock exchange के सदस्य होते हैं हम सिर्फ उनके जरिये ही stock exchange में ट्रेडिंग कर सकते हैं. हम सीधे stock market में जा कर कोई भी share खरीद या बेच नहीं सकते. अगर आप भी share market से ढेर सारे पैसे कमाना चाहते हैं तो इसके बारे में पूरी जानकारी हासील करने की कोशिश जरुर करें. बिना जानकारी लिए इसमें निवेश करने से आपको बहुत बड़ी कीमत भी चुकानी पड़ सकती है. इसलिए जल्दबाजी में कोई भी फैसला न लें और समझदारी से काम करें.
Share Market : शेयर बाजार में हाहाकार, 8 दिन में इन्वेस्टर्स ने गंवाए 26 लाख करोड़, जानें क्या है कारण
दुनियाभर के शेयर बाजारों में पिछले कुछ दिनों से चौतरफा बिकवाली (Sell Off) का दौर चल रहा है। इसका असर भारतीय शेयर बाजार पर साफ नजर आ रहा है, जिसका नतीजा यह है कि बिकवाली के कारण बीते 8 दिनों में इन्वेस्टर्स (Investors) ने शेयर मार्केट में करीब 26 लाख करोड़ रुपए गंवा दिए।
शेयर बाजार (Share market) में इन दिनों कोहराम मचा हुआ है। दुनियाभर के शेयर बाजारों में पिछले कुछ दिनों से चौतरफा बिकवाली (Sell Off) का दौर चल रहा है। इसका असर भारतीय शेयर बाजार पर साफ नजर आ रहा है, जिसका नतीजा यह है कि बिकवाली के कारण बीते 8 दिनों में इन्वेस्टर्स (Investors) ने शेयर मार्केट में करीब 26 लाख करोड़ रुपए गंवा दिए।
बाज़ारों के हालातों को देखते हुए इन्वेस्टर्स की नींद उड़ी हुई है। कोविड काल के बावजूद पिछले साल शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल देखा गया था, लेकिन इस साल बढ़ती महंगाई के बीच बीते कई महीनों से डाउन हुआ शेयर बाजार उठने का नाम नहीं ले रहा। आसमान छूती महंगाई के बीच केंद्रीय बैंक ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं। रिसर्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) ने भी हाल ही में ब्याज दरें बढ़ा दी हैं। वहीं कोरोना महामारी की नई लहर की आशंका भी इन्वेस्टर्स को पीछे खींच रही है।
कल यानी गुरुवार को बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) और एनएसई निफ्टी (NSE Nifty) दोनों 2-2 फीसदी से ज्यादा टूट गए थे। इस कारण इन्वेस्टर्स ने एक ही दिन में 5 लाख करोड़ रुपये से शेयर बाजार क्या है ज्यादा गंवा दिए थे। कल कारोबार में सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से महज 2 विप्रो (Wipro) और एचसीएल टेक (HCL Tech) ही ग्रीन जोन में रह पाईं।
कारोबार के दौरान सेंसेक्स एक समय करीब 1,400 अंक तक गिर गया था. कारोबार समाप्त होने के बाद सेंसेक्स 1,158.08 अंक (2.14 फीसदी) के नुकसान के साथ 52,930.31 अंक पर बंद हुआ था। इसी तरह एनएसई निफ्टी 359.10 अंक (2.22 फीसदी) के नुकसान के साथ 15,808 अंक पर बंद हुआ था। बीते 1 महीने में सेंसेक्स 5,500 अंक टूट चुका है. निफ्टी भी बीते एक महीने में करीब 10 फीसदी गिरा है।
दिग्गज निवेशक शरद शाह (Sharad Shah) शेयर बाजार में गिरावट के लिए यूक्रेन संकट, बढ़ती महंगाई और केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में की जा रही बढ़ोतरी को जिम्मेदार मान रहे हैं। इसके आलावा वह कंपनियों की ओवर वैल्यूएशन को भी बाज़ारों के इन हालातों का कारण मान रहे हैं।
शाह का कहना है कि बाजार में गिरावट अभी थमने वाली नहीं है। बाजार आगे और गोता लगा सकता है। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर मंदी की सबसे ज्यादा मार पड़ेगी। एक इंटरव्यू में शरद शाह ने कहा कि बाजार में बहुत से ऐसे कारण मौजूद हैं जो आगे और गिरावट की तरफ इशारा कर रहे हैं।
कंपनियों के फंडामेंटल की तुलना में शेयरों की कीमतों का बहुत अधिक होना, कमजोर रुपया, कंपनियों की कमजोर कमाई और अमेरिकी मार्केट में जारी भारी बिकवाली भारतीय बाजार पर आगे भी दबाव बनाए रखेगी।