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2023 में किस ब्रोकर को चुनना है

2023 में किस ब्रोकर को चुनना है
मित्तल पॉर्टफोलियोज के डायरेक्‍टर और Delistedstocks.in के सह-स्थापक मनीष मित्तल बताते हैं कि लिस्टेड शेयर BSE या NSE जैसे एक्स्चेंज पर खरीद या बेच सकते हैं.

​इन बातों का रखें ध्‍यान

Tickertape Kya Hai in Hindi

नये हो या पुराने कोई भी हो हम हमेशा ऐसा प्लॅटफाॅर्म कि तलाश में होते हैं जहा हमें कोई भी स्टाॅक या शेयर कि पुरी जानकारी आसान भाषा में समय आयें तो आज हम ऐसे ही एक मोबाईल ऍप्लिकेशन कि बात कर रहें हैं जिसका नाम है TickerTape ऐप। 2023 में किस ब्रोकर को चुनना है यह Android, IOS और Website पर भी उपलब्ध हैं।

अगर आप शेयर मार्केट के थोड़े बहुत जानकार हैं तो आप इसके बारे में जानकारी रखते हि होंगे। अगर आपको ज्यादा या कुछ भी जानकारी नहीं हैं तो आप सही जगह आये हैं हम इस आर्टिकल के बारे में उसी के बारे में बात करेंगे।

टिकर टेप ऐप 2023 में किस ब्रोकर को चुनना है 2023 में किस ब्रोकर को चुनना है क्या हैं? ( What is Ticker Tape)

यह एक इन्वेस्टमेंट ऍनालायसिस प्लॅटफाॅर्म हैं जो कि शेयर, इटिएफ, इंडायसेस और म्युचुअल फंड के लिये इस्तमाल किया जाता हैं। इसमें कुछ अच्छे फिचर्स और टुल दिये गये हैं जिसमें वाचलिस्ट, स्क्रिनर और भी अन्य सुविधा मौजुद हैं। यह एक ऐसा प्लॅटफाॅर्म है जिससे आप किसी भी स्टाॅक्स के बारे में आपको सटिक और आसान भाषा में जानकारी देता हैं और आपको इन्वेस्टमेंट करने के लियें मदत करता हैं।

शेयर ( Stocks):

इसमें स्टाॅक कि इन्वेस्टमेंट चेकलिस्ट, चालु और 2023 में किस ब्रोकर को चुनना है पिछले प्राइस चार्ट,कि मैंट्रिक, फाॅरकास्ट, फायनेन्शियल स्टेटमेंट,पीयर कंपनीया तुलना और भी कई जानकारी यहा देख सकते हैं।

एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF Fund):

इसमें हम अलग अलग इन्वेस्टमेंट, इंडेक्स, कि मेंट्रिक्स, फाॅरकास्ट, फायनाशियल स्टेटमेंट, पीयर कंपनी के साथ तुलना (NAV), ट्रॅकिंग इरर, एकसपेन्स रेशों, लिक्विडिटी जैसे कई चींजे आपको इसमें जानने को मिलेंगी।

टिकर टेप के फिचर्स ( TickerTape Features):

चलिये जानते हैं ऐसे अलग अलग फिचर्स जो हर एक मार्केट के लिये उपयोगी हैं।

स्किनर ( Screener Tickertape):

यह सबसे बेस्ट फिचर है इसमें आप 130 से ज्यादा फ़िल्टर लगाके स्क्रिन और स्टाॅक एनालिसिस कर सकते हैं। साथ ही में आप अपने नुसार कस्टम फ़िल्टर भी तयार कर सकतें हैं।

मार्केट मुड़ इंडेक्स (MMI):

अगर आपको मार्केट कि समझ नहीं हैं तो भी आप इसमें दिये 2023 में किस ब्रोकर को चुनना है गयें सेंटिमेंट के जरिये भी शेयर के बारे में अंदाजा लगा सकते हैं। आपको इसमें एफआयआय ( FII) ,अस्थिरता, प्राइस स्ट्रेंथ, गोल्ड कि मांग, मार्केट मुल्य के साथ अन्य चीजें भी 93.75% अक्युरसी के साथ बताती हैं।

स्टाॅक बिल्स ( Stock Deals): 2023 में किस ब्रोकर को चुनना है

इसमें आपको अलग अलग पैमाने पर विश्लेषण जानने को मिलेगा जैसे ब्लाॅक बिल, बल्क डिल, इनसाइडर ट्रेडिंग, नेटवर्थ, इन्सिटुशनल, प्रमोटर होर्डिंग्स और भी अन्य चींजे इस फिचर में आपको सीखने को मिलेंगी।

टिकर टेप प्रो क्या हैं? ( TickerTape Pro):

आपको फ्रि और पेड़ ऐसे दो वर्जन मिलेंगी लेकिन अगर आप नये हैं तो आपका फ्रि वर्जन से भी काम चल जायेगा आपको TickerTape Pro Version लेने कि बिलकुल भी आवश्यकता नहीं होगी। अगर आपको एडवांस टेक्निकल ऍनालायसिस और फंडामेंटल्स कि जरुरत हैं तो आप Ticket Tape के Paid Version के साथ जा सकते हैं। लेकिन मेरे हिसाब से ज्यादातर फ्रि वर्जन में ही आपका काम चल जायेगा।

अगर आप फंडामेंटल अनालायसिस कैसे करते हैं यह जानना चाहते हैं तो 5 मिनट में किसी भी स्टाॅक को फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करें? यह आर्टिकल जरुर पढें।

​कैसे निवेश करें?

एक बार जब आप यह तय कर लेते हैं कि किस स्‍कीम में निवेश करना है, फिर यह सवाल आता है कि इसमें कैसे पैसा लगाना है. स्‍कीम में पैसा लगाने के दो तरीके हैं. ऑनलाइन और ऑफलाइन. ऑफलाइन के मामले में आपको इंवेस्‍टमेंट एप्‍लीकेशन फॉर्म भरने की जरूरत पड़ती है.

​ऑनलाइन निवेश का क्‍या तरीका है?

​ऑनलाइन निवेश का क्‍या तरीका है?

अगर आप फंड हाउस की वेबसाइट या ट्रांजेक्‍शन पोर्टल के जरिये सीधे निवेश के लिए ऑनलाइन रास्‍ते का इस्‍तेमाल करते हैं तो 'डायरेक्‍ट प्‍लान' ऑप्‍शन चुनना होगा. यह ब्रोकर कोड दर्ज करने की जरूरत को डिसेबल कर देगा. अगर निवेशक एडवाइजर की सेवाएं ले रहा है तो एडवाइजर रजिस्‍ट्रेशन नंबर देने की जरूरत होगी.

​ऑफलाइन निवेश का क्‍या तरीका है?

​ऑफलाइन निवेश का क्‍या तरीका है?

इंवेस्‍टमेंट एप्‍लीकेशन फॉर्म में डिस्‍ट्रीब्‍यूटर/ब्रोकर कोड दिया होता है. फॉर्म भरते समय उस स्‍थान पर 'डायरेक्‍ट' लिखना जरूरी होता है. बाकी का फॉर्म रेगुलर प्‍लान जैसा होता है.

​डायरेक्‍ट प्‍लान में स्विच कैसे करें?

ऑनलाइन कैसे खोलें डीमैट अकाउंट

  • सबसे पहले DP की वेबसाइट पर 2023 में किस ब्रोकर को चुनना है जाएं.
  • 'ओपन डीमैट अकाउंट' टैब पर क्लिक करें.
  • जरूरी डिटेल भरें और OTP के जरिए कन्‍फर्म करें.
  • इसके बाद DP डीमैट अकाउंट खोलने 2023 में किस ब्रोकर को चुनना है की आगे की औपचारिकता पूरी करेगा. आपकी तरफ से अपलोड किए गए डॉक्युमेंट्स को वेरीफाई करने का काम एक डीपी एक्जीक्यूटिव करेगा.
  • फोन कॉल या ब्रोकरेज फर्म के एक्जीक्यूटिव से फिजिकल विजिट के जरिए भी किया जा सकता है.
  • आज के समय में ब्रोकरेज फर्म टेली-वेरिफिकेशन की भी सुविधा दे रहे हैं.

एक बार डिटेल वेरीफाई होने के बाद आपके अकाउंट को आधिकारिक रूप से शेयर ट्रेडिंग के लिए मंजूरी मिल जाएगी. आपको डीमैट सर्विस प्रोवाइडर की ओरसे आपको DP ID, बेनेफिशियरी ID या डीमैट अकाउंट नंबर और पावर ऑफ अटॉर्नी (POA) नंबर जैसी डिटेल मिलेगी. इसके बाद अब किसी भी IPO में निवेश के लिए पूरी तरह एलिजिबिल हैं.


4 मई को खुलेगा LIC IPO

देश के इतिहास का सबसे बड़ा IPO यानी LIC IPO की डेट फाइनल हो चुकी है. 4 मई 2022 को LIC IPO पब्लिक के लिए खुलने जा रहा है. करीब 21 हजार करोड़ का LIC IPO आम पॉलिसी होल्डर्स के साथ रिटेल निवेशकों के लिए भी आकर्षक रखा गया है. सरकार एलआईसी IPO के जरिए 3.5% हिस्सा बेच रही है. हालांकि, SEBI नियमों के मुताबिक, मिनिमम 5% हिस्सा बेचना जरूरी है. लेकिन, LIC को SEBI से स्पेशल छूट मिली है. IPO में LIC का वैल्यूएशन 6 लाख करोड़ रुपए तक आया है.

इंश्योरेंस सेक्टर में प्राइवेटाइजेशन के 22 साल बाद भी LIC 65 फीसदी मार्केट शेयर के साथ मार्केट लीडर है. उसके 13.5 लाख एजेंट्स जो देश के हर कोने कोने में मौजूद हैं. बदलते वक्त में LIC 2023 में किस ब्रोकर को चुनना है ने पहली बार फरवरी 2022 में ऑनलाइन एग्रीगेटर पॉलिसीबाजार के साथ करार किया. कंपनी की एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 37 लाख करोड़ रुपए है, जिसमें 10 लाख करोड़ का निवेश इक्विटी मार्केट में है.

म्यूचुअल फंड्स में कैसे करें निवेश? बिना कमीशन के निवेश करने का तरीका

म्यूचुअल फंड में निवेश की जब भी बात आती 2023 में किस ब्रोकर को चुनना है है तो अक्सर नए निवेशक उलझन में पड़ जाते हैं. उनके मन में कई सवाल खड़े हो जाते हैं कि म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे किया जाए?

म्यूचुअल फंड में सीधे निवेश किया जा सकता है. (फोटो: PTI)

म्यूचुअल फंड में निवेश 2023 में किस ब्रोकर को चुनना है की जब भी बात आती है तो अक्सर नए निवेशक उलझन में पड़ जाते हैं. उनके मन में कई सवाल खड़े हो जाते हैं कि म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे किया जाए? ये डायरेक्ट और रेगुलर प्लान क्या होते हैं? निवेश करेंगे तो पैसे कितने खर्च होंगे? ऑनलाइन निवेश करना कितना सुरक्षित है? एजेंट के जरिये करेंगे तो कहीं नुकसान तो नहीं होगा? क्या सीधे म्यूचुअल फंड कंपनी से निवेश हो सकता है? आइये जानते हैं.

IPO में विलंब या कैंसलेशन का 2023 में किस ब्रोकर को चुनना है रिस्क

आपके पास जिस कंपनी के अनलिस्टेड शेयर हैं, उस कंपनी की IPO योजना किसी कारण विलंब में पड़ सकती है या कैंसल भी हो सकती है.

कंपनी किसी बड़ी मुसीबत में फंस जाए, तो ऐसी आशंका रहती है कि अनलिस्टेड शेयर को IPO में बेचकर ज्यादा मुनाफा कमाने की उम्‍मीद है. ऐसे हालात में आपकी उम्मीदों पर पानी फिर सकता है.

ओवर प्राइसिंग रिस्क

बड़े ब्रांड के साथ जुड़े होने की वजह से कुछ स्टॉक (रिलायंस रिटेल, HDB फाइनानेंशियल आदि) का वैल्यूएशन बहुत ही ऊंचा होता है. ये जरूरी नहीं है कि, आपने 100 रुपये में अनलिस्टेड शेयर खरीदा है, वो IPO के बाद 120 रुपये में ही बिकेगा.

अनलिस्टेड मार्केट में कई शेयर ऐसी कंपनी के भी है, जिसने 5-7 साल से 1% ग्रोथ भी नहीं किया. यदि आप ऐसे शेयर ऊंचे भाव में खरीदेंगे, तो बाद में बड़ा घाटा हो सकता है क्योंकि कंपनी का प्रॉफिट ही जीरो होता है. उदाहरण है मरिनो इंडस्ट्रीज.

सेफ्टी मेजर्स देखें

दूसरों की बाते सुनकर शेयर खरीदने से बेहतर है कि सभी पहलु देखने के बाद डील करें. नकद में भुगतान न करें. बैंकिंग चैनल का उपयोग करें. कंपनी की रिसर्च रिपोर्ट मांगे. केवल एक ब्रोकर पर भरोसा न करें, दूसरे ब्रोकर की राय लें.

अभय दोशी बताते हैं कि आप कितना रिस्क ले सकते हैं, उस आधार पर अनलिस्टेड मार्केट में पैसे लगाने चाहिए. मेरा व्यक्तिगत मानना है कि 20% इंवेस्टमेंट आदर्श प्रमाण है.

मनीष मित्तल बताते है कि क्‍वालिटी शेयर हो, तो इक्विटी पोर्टफोलियो का 50% तक इंवेस्ट कर सकते हैं.

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