प्लेटफार्म

इंदौर-बिलासपुर को मुख्य रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पांच पर ही लिया जाता है। शुक्रवार की सुबह भी इसे तय समय पर प्लेटफार्म पांच पर ही लिया जाना था। मुख्य रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म एक और छह पर लगे डिस्प्ले बोर्ड पर नर्मदा एक्सप्रेस को प्लेटफार्म पांच पर लेने की सूचना प्रदर्शित की गई। इस सूचना पर यात्री ट्रेन आने के 20 मिनट पहले प्लेटफार्म पांच पर पहुंच गए, लेकिन अचानक प्लेटफार्म बदलने के बाद अधिकांश यात्री सीढियों से प्लेटफार्म छह पर आने के दौरान भीड़ में फंस गिर गए। कई बच्चे भी परेशान हुए। इधर इस दौरान प्लेटफार्म नंबर छह के बाहर बने एस्केलेटर भी बंद था, जिससे यात्री को काफी मुश्किल हुई। ट्रेन सुबह 4.10 की बजाए 4.16 पर आई और इसे 20 मिनट देरी यानि 4.40 पर कटनी की ओर रवाना किया गया।
रेलवे प्लेटफार्म का दृश्य पर निबंध
यातायात के विविध साधनों में रेलगाड़ी अथवा ट्रेनों का महत्त्वपूर्ण स्थान है। यह सम्यो, सुलभ और अधिक सुरक्षित सवारी है। इसलिए इसे जनता प्लेटफार्म की सवारी कहा जाता है। आज देश में रेलों का एक जालसा बिछा हुआ है। स्वराज्य-प्राप्ति के पश्चात् राष्ट्र के कर्णधारों ने इसे प्रत्येक जिले, नगर, कस्बे तथा गाँव तक पहुँचाने का प्रयास किया है और आज भी कर रहे हैं। विशालकाय लौहपथ-गामिनी के ठहरने, विश्राम करने, कोयला-डीजल व पानी लेने तथा अपने भार को हल्का करने और नया भार लेने के लिए निश्चित स्थान है यह रेलवे स्टेशन । स्टेशन के अंदर गाड़ी पर यात्रियों के चढ़ने और उतरने के लिए एक चबूतरा या मंच होता है जिसे रेलवे की भाषा में प्लेटफार्म कहते हैं।
प्लेटफार्म पर सार्वजनिक सुविधाएं -
यात्रियों की सुविधा के लिए प्लेटफार्म पर कई सार्वजनिक सुविधाएं मुहैया कराई गयी है। पानी के लिए सार्वजनिक नल होते हैं, क्षुधा-शान्ति के लिए प्लेटफार्म जलपान की सुविधाएं होती हैं, ज्ञानवर्धन और मानसिक भूख मिटाने के लिए बुकस्टाल होते हैं। इनके अतिरिक्त एक-दो रेहड़ियाँ बच्चों के खेल-खिलौनों या स्थान-विशेष की प्रसिद्ध वस्तुओं की भी होती हैं। प्लेटफार्म पर गाड़ी में चढ़ने और उतरने वालों, अपने सम्बन्धियों अथवा मित्रों की बिदाई अथवा अगवानी (स्वागत-सत्कार) के लिए प्लेटफार्म आए प्रतीक्षार्थियों की भीड़ रहती है। इनके अतिरिक्त सामान उठाने, गाड़ी में रखने तथा उतारने के लिए प्लेटफार्म कुलियों की भीड़ होती है। कुलियों की पहचान लाल या हरा कुर्ता, पगड़ी, सफेद पाजामा, बाँह पर बँधा हुआ रेलवे का अधिकृत बिल्ला से होती है। भारत की दरिद्र जनता का एक अंश प्लेटफार्म हाथ में भिक्षा-पात्र लिए उदर-पूर्ति के लिए याचना करने वाले नर-नारी, बाल-वृद्ध भी प्लेटफार्म पर भारत की आर्थिक दुर्दशा का चित्र प्रस्तुत कर रहे होते हैं। जिसे देखकर मन विचिलित होने लगता है। कुछ लोग उन्हें भिक्षा देकर पुण्य कमाने का अवसर प्राप्त करते है।
मंथन प्लेटफार्म (Manthan Platform) क्या है?
NSEIT भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की 100% सहायक कंपनी है। यह एक वैश्विक प्रौद्योगिकी उद्यम है जो डिजिटल, ऑटोमेशन, साइबर सुरक्षा, डेटा एनालिटिक्स और प्रौद्योगिकी-सक्षम सेवाओं की एक श्रृंखला की पेशकश करता है।
बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर कोच में भराते ही प्लेटफार्म पर बहता है पानी
एलएचबी कोच से चलने वाली ट्रेनों में तकनीकी समस्या है। स्टेशन में जैसे ही प्लेटफार्म ट्रेन बिलासपुर या अन्य स्टेशनों में पहुंचती है और वहां कर्मचारी पानी भरते हैं और जब पानी भराने के बाद ओवरफ्लो होता है तो वह ट्रैक में गिरने के बजाय सीधे प्लेटफार्म बहने लगता है।
बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। एलएचबी कोच से चलने वाली ट्रेनों में तकनीकी समस्या है। स्टेशन में जैसे ही ट्रेन बिलासपुर या अन्य स्टेशनों में पहुंचती है और वहां कर्मचारी पानी भरते हैं और जब पानी भराने के बाद ओवरफ्लो होता है तो वह ट्रैक में गिरने के बजाय सीधे प्लेटफार्म बहने लगता है। इसके कारण प्लेटफार्म गिला हो जाता है। इसकी वजह से यात्रियों के फिसलकर गिरने का खतरा रहता है।
प्लेटफार्म पांच पर ट्रेन आने की डिस्प्ले बोर्ड पर दी सूचना, प्लेटफार्म छह पर आने से मची अफरा-तफरी
जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। इंदौर से बिलासपुर जाने वाली नर्मदा एक्सप्रेस 18233 के जबलपुर स्टेशन आने से पांच मिनट पहले इसका प्लेटफार्म बदल दिया गया। ट्रेन को सुबह 4.10 पर मुख्य रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पांच पर आना थी, जिसकी सूचना स्टेशन के डिस्प्ले बोर्ड पर 30 मिनट पहले से दिखाई जा रही थी। इसे पढ़कर यात्री अपना लगेज लेकर सीढियों से प्लेटफार्म पांच पर पहुंच गए और ट्रेन आने का इंतजार करते रहे। महिलाओं से लेकर बुजुर्ग, बच्चे और बड़े हर कोई ट्रेन आने का इंतजार करता रहा कि तभी एनांउसमेंट हुआ कि ट्रेन को प्लेटफार्म पांच की बजाय प्लेटफार्म छह पर लिया जा रहा है। यह सुनकर यात्रियों में अफरा-तफरी बढ़ गई।इधर यात्री परेशान-हैरान होकर अपना लगेज लिए सीढियों से प्लेटफार्म छह की और दौड़ लगाने लगे। इस दौरान महिला, बुजुर्ग और बच्चों को काफी परेशानी प्लेटफार्म हुए। अचानक प्लेटफार्म बदलने से भारी-भरकम लगेज उठाने के लिए यात्री को ऐन वक्त पर कुली भी नहीं मिली। यात्री के साथ आए उनके परिजनों से ही लगेज सिर पर रखकर प्लेटफार्म छह की प्लेटफार्म ओर दौड़ लगा दी।
मंथन प्लेटफार्म (Manthan Platform) क्या है?
NSEIT भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की 100% सहायक कंपनी है। यह एक वैश्विक प्रौद्योगिकी उद्यम है जो डिजिटल, ऑटोमेशन, साइबर सुरक्षा, डेटा एनालिटिक्स और प्रौद्योगिकी-सक्षम सेवाओं की एक श्रृंखला की पेशकश करता है।