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किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं

किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं

क्या है क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency in Hindi) तथा बिटकॉइन?

नमस्कार दोस्तो स्वागत है आपका जानकारी ज़ोन में जहाँ हम विज्ञान, प्रौद्योगिकी, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, अर्थव्यवस्था, ऑनलाइन कमाई तथा यात्रा एवं पर्यटन जैसे क्षेत्रों से महत्वपूर्ण तथा रोचक जानकारी आप तक लेकर आते हैं। आज इस लेख में हम बात करेंगे क्रिप्टोकरेंसी की, जानेंगे यह क्या है? (What is Cryptocurrency in Hindi) क्रिप्टोकरेंसी किस प्रकार कार्य करती है और अंत में देखेंगे क्यों अधिकांश देशों की सरकारें इसके इस्तेमाल को कानूनी मान्यता देने से बचती आई हैं।

मुद्रा (Currency)

मुद्रा से हम सभी वाकिफ़ हैं। दुनियाँ में प्रत्येक व्यक्ति को अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए मुद्रा की आवश्यकता होती है। इसका उपयोग हम प्रतिदिन वस्तुओं तथा सेवाओं को खरीदने में करते हैं। मुद्रा के प्रकारों में समय के साथ बदलाव आते रहे हैं। उदाहरण के तौर पर प्राचीन काल में वस्तुओं को मुद्रा के रूप में इस्तेमाल किया जाता था तत्पश्चात सोने तथा अन्य महँगी धातुओं का प्रयोग मुद्रा के रूप में होने लगा तथा आधुनिक समय में कागज की मुद्रा प्रचलन में आई जिसका वर्तमान में भी प्रयोग किया जाता है।

समय के साथ बैंकिंग क्षेत्र में प्रौद्योगिकी का व्यापक प्रभाव पड़ा जिससे बैंक में उपलब्ध मुद्रा का ऑनलाइन इस्तेमाल कर कहीं भी कभी भी लेन-देन करना आसान हो गया तथा मुद्रा का एक नया रूप प्लास्टिक मुद्रा (क्रेडिट कार्ड तथा डेबिट कार्ड) प्रचलन में आई जिसका हम दैनिक जीवन में इस्तेमाल करते हैं। इन सब के अतिरिक्त मुद्रा का एक नया रूप हमारे सामने है जिसे आभासी या डिजिटल मुद्रा या क्रिप्टोकरेंसी कहा जाता है।

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) क्या है?

किसी भी देश की मुद्रा जैसे भारतीय रुपया, अमेरिकी डॉलर, ब्रिटिश पाउंड आदि उनके केंद्रीय बैंकों द्वारा जारी तथा समर्थित होती हैं। यह भौतिक मुद्रा होती हैं जिसे आप देख अथवा छू सकते हैं और नियमानुसार किसी भी स्थान या देश में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं वहीं क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency in Hindi) एक प्रकार की डिजिटल या आभासी करेंसी (मुद्रा) होती है जिसे आप देख या छू नहीं सकते।

पहली क्रिप्टोकरेंसी जिसे बिटकॉइन के नाम से जाना जाता है कि शुरुआत साल 2009 में सतोषी नकामोटो नामक व्यक्ति द्वारा की गई। इन्हीं ने सर्वप्रथम ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल करते हुए इस मुद्रा का निर्माण किया। 2008 में जारी अपने एक रिसर्च पेपर में उन्होंने बताया कि किस प्रकार किसी विकेन्द्रीकृत मुद्रा के प्रयोग से बैंकों या अन्य वित्तीय संस्थाओं को मध्यस्थ की भूमिका से बाहर किया जा सकता है। वर्तमान में दुनियाँ भर में तकरीबन 1500 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं। जिनमें बिटकॉइन, लाइटकॉइन, ईथर, डैशकॉइन, रिपल आदि शामिल हैं।

क्रिप्टोकरेंसी की कार्यप्रणाली

क्रिप्टोकरेंसी एक बेहद महत्वपूर्ण तकनीक ब्लॉकचेन पर आधारित है। इस तकनीक की सहायता से किसी भी प्रकार की सूचना का एक विकेन्द्रीकृत बहीखाता या Ledger तैयार किया जा सकता है। इस नेटवर्क से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति के पास सूचना का यह बहीखाता मौज़ूद होता है। वर्तमान में इस तकनीक का इस्तेमाल मुख्यतः क्रिप्टोकरेंसी के लेन-देन में किया जा रहा है।

सामान्य बैंकिंग प्रक्रिया में लेन-देन का विवरण बैंकों द्वारा सत्यापित किया जाता है जबकि क्रिप्टोकरेंसी में किये गए विनिमय को ब्लॉकचेन किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं तकनीक के माध्यम से ब्लॉकचेन नेटवर्क से जुड़े कुछ लोगों जिन्हें माइनर्स कहा जाता है द्वारा सत्यापित किया जाता है। क्रिप्टोकरेंसी के किसी लेन-देन को सत्यापित कर उसे सूचना के एक ब्लॉक रूप में परिवर्तित करना बेहद जटिल गणितीय कार्य होता है जिसके लिए अत्यधिक कंप्यूटर क्षमता, विद्युत आपूर्ति तथा हाई स्पीड इंटरनेट की आवश्यकता होती है।

प्रत्येक क्रिप्टोकरेंसी का एक विशेष ब्लॉकचेन नेटवर्क होता है जिसमें उस करेंसी का सम्पूर्ण लेन-देन मौजूद होता है। किसी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency in Hindi) के लेन-देन को सत्यापित कर उसे ब्लॉक में दर्ज किए जाने के बदले माइनर्स को प्रोत्साहन के तौर पर उस क्रिप्टोकरेंसी की कुछ मात्रा प्राप्त होती है। इस प्रक्रिया से नई निर्मित क्रिप्टोकरेंसी बाज़ार में आती है, इसीलिए इस प्रक्रिया को क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग कहा जाता है।

क्रिप्टोकरेंसी के फायदे

  1. चूँकि क्रिप्टोकरेंसी किसी देश या सरकार के नियंत्रण में नहीं है अतः किसी देश की आर्थिक स्थिति या आर्थिक निर्णयों जैसे नोटबंदी या घरेलू मुद्रा के अवमूल्यन का इस पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
  2. जहाँ बैंकों के माध्यम से वैश्विक स्तर पर लेन-देन करने में अधिक शुल्क तथा समय लगता है वहीं क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन त्वरित तथा अत्यंत कम शुल्क में हो जाता है।
  3. इसमें लेन-देन करने के लिए किसी पहचान पत्र आदि की आवश्यकता नहीं होती अतः किन्हीं दो व्यक्तियों के मध्य होने वाला लेन-देन गुप्त रहता है।

क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान

  1. क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन करने वाले व्यक्तियों की जानकारी पूर्णतः गोपनीय होती है अतः इसका प्रयोग गैर-कानूनी गतिविधियों जैसे किसी के निजी डेटा को बेचना, फिरौती, गैर-कानूनी वस्तुओं का व्यापार तथा मानव तस्करी आदि करने में भी किया जाता है।
  2. इसके इस्तेमाल में अत्यधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। किसी गलत पते पर क्रिप्टोकरेंसी के हस्तांतरण हो जाने की स्थिति में उसे पुनः प्राप्त नहीं किया जा सकता न ही उस व्यक्ति की पहचान करना संभव है।
  3. चूँकि क्रिप्टोकरेंसी पूर्णतः बाजार के नियंत्रण में है अतः यह बहुत अस्थिर है। इसकी कीमतों में अचानक गिरावट आने की संभावना बनी रहती है जिससे ऐसी मुद्राओं में निवेश करने वाले निवेशकों की पूँजी डूब सकती है। उदाहरण के तौर पर साल 2013 में बिटकॉइन में एक ही दिन में 70 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
  4. क्रिप्टोकरेंसी के लेन-देन में अत्यधिक मात्रा में कंप्यूटर क्षमता की आवश्यकता होती है जो ऊर्जा अपव्यय का एक मुख्य कारण है।
  5. सरकारों तथा केन्द्रीय बैंकों के नियंत्रण में न होने के चलते इसके प्रयोग से कर चोरी जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।

क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार का रुख

साल 2018 में रिजर्व बैंक ने अपने द्वारा विनियमित सभी बैंकों एवं अन्य वित्तीय संस्थाओं को क्रिप्टोकरेंसी के व्यापार से स्वयं को अलग करने के निर्देश दिये तथा भारत मे क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज की सुविधा उपलब्ध कराने वाली विभिन्न कंपनियों को बैंकिंग सुविधा उपलब्ध न कराने का निर्णय लिया। इसके विरोध में इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की।

4 मार्च 2020 को आए फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने रिजर्व बैंक के फैसले को खारिज़ करते हुए इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के पक्ष में फैसला सुनाया। वर्तमान परिदृश्य में भारत मे क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना गैरकानूनी नहीं है हालाँकि इनकी अस्थिरता को देखते हुए सरकार इनमें निवेश करने से बचने की सलाह देती रही है। भारत मे क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट की सुविधा मुहैया कराने वाली कंपनियों में Unocoin, ZebPay आदि प्रमुख हैं।

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देश का पहला Cryptocurrency Index जारी, IC15 के बारे में जानें डिटेल में

दुनियाभर में क्रिप्टो करेंसी की बढ़ते दायरे के बीच सुपर ऐप क्रिप्टोवायर ने देश का पहला क्रिप्टोकरेंसी सूचकांक (Cryptocurrency Index) IC15 जारी किया

Published: January 7, 2022 11:10 PM IST

cryptocurrency transaction

नई दिल्ली: दुनियाभर में क्रिप्टो करेंसी की बढ़ते दायरे के बीच सुपर ऐप क्रिप्टोवायर ने देश का पहला क्रिप्टोकरेंसी सूचकांक (Cryptocurrency Index) IC15
जारी करने की घोषणा की है. बता दें कि पिछले कुछ साल साल से क्रिप्टोकरेंसी एक संपत्ति वर्ग के रूप में उभरा है. इसकी स्वीकार्यता बढ़ने के साथ लोगों की इसमें रुचि बढ़ रही है.

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क्रिप्टोवायर (क्रिप्टो सुपर ऐप) ने एक बयान में कहा कि सूचकांक दुनिया के प्रमुख क्रिप्टो बाजारों (crypto markets exchange) पर सूचीबद्ध व्यापक रूप
से कारोबार वाली शीर्ष 15 क्रिप्टोकरेंसी के प्रदर्शन पर नजर रखेगा और उसे मापेगा.

80 प्रतिशत से अधिक बाजार गतिविधियों पर नजर रखेगा

क्रिप्टो सुपर ऐप क्रिप्टोवायर (CryptoWire) ने कहा, यह सूचकांक (Cryptocurrency Index) 80 प्रतिशत से अधिक बाजार गतिविधियों पर गौर करेगा. इस प्रकार, मौलिक रूप से यह संबंधित बाजार की वास्तविक स्थिति को सामने लाएगा. इससे पारदर्शिता बढ़ेगी. सूचकांक का आधार मूल्य 10,000 तय किया गया है और
आधार तिथि एक अप्रैल, 2018 है.

सूचकांक संचालन समिति एक्‍सपर्ट रहेंगे शामिल

बयान के अनुसार, क्रिप्टोवायर की सूचकांक संचालन समिति हर तिमाही में इसे पुनर्संतुलित करेगी, उस पर नजर रखेगी और उसे क्रियान्वित करेगी. समिति में क्षेत्र के विशेषज्ञ, उद्योग से जुड़े लोग और शिक्षाविद शामिल हैं.

क्रिप्टो इंडेक्स IC15 में ये करेंसी शामिल

सूचकांक आईसी15 (IC15) में बिटकॉइन (Bitcoin), एथेरियम (Ethereum), एक्सआरपी (XRP), लाइटकॉइन (Litecoin), बिनांस कॉइन (Binance Coin), सोलाना (Solana), टेरा (Terra) और चेनलिंक (ChainLink) जैसी क्रिप्टोकरेंसी शामिल हैं.

क्रिप्टो करेंसी के सख्‍त मानक

दुनिया मौजूद 400 कॉइन्‍स की सूची में शामिल होने के लिए क्रिप्टोकरेंसी का बिजनेस कम-से-कम 90 प्रतिशत होना चाहिए. ट्रेडिंग वैल्यू में 100 शीर्ष करेंसी में इसका स्‍थान
होना चाहिए. सर्कुलेटिंग मार्केट कैपिटलाइज़ेशन में योग्य क्रिप्टोकरेंसी शीर्ष 50 में भी होनी चाहिए. इसके बाद समिति शीर्ष 15 क्रिप्टोकरेंसी का चयन करेगी. सूचकांक का आधार मूल्य 10,000 तय किया गया है और आधार तिथि 1 अप्रैल, 2018 है.

आरबीआई की कमेटी ने कहा था- क्रिप्टोकरेंसी को टोकन में रूप में नियमन किया जा सकता है

बता दें कि बीते दिनों क्रिप्टोकरेंसी के सवाल पर रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) एमपीसी की सदस्य ने कहा कि उन्हें ‘क्रिप्टो-टोकन’ कहना अधिक उचित होगा. उन्हें मुद्रा के समान स्वीकार्य नहीं माना जा सकता. मुद्रा के रूप में उनके इस्तेमाल पर प्रतिबंध होना चाहिए, लेकिन टोकन में रूप में उनका नियमन किया जा सकता है. यह भी गौर करने की बात है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले कहा था कि सभी लोकतांत्रिक देशों को क्रिप्टोकरेंसीपर एक साथ काम करने और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि यह गलत हाथों में न जाए. आभासी मुद्रा का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा था, ”उदाहरण के लिए क्रिप्टोकुरेंसी या बिटकॉइन लें. यह महत्वपूर्ण है कि सभी देश इस पर मिलकर काम करें और यह सुनिश्चित करें कि यह गलत हाथों में न जाए, जो हमारे युवाओं को खराब कर सकता है.”

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क्रिप्टोकरेंसी कैसे बनाएं

आपके पास कई अलग-अलग तरीकों से क्रिप्टोकरेंसी बनाने का ऑप्शन होता है। किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं इनमें से हर ऑप्शन क्रिप्टोकरेंसी बनाने के लिहाज़ से अलग होता है। अपेक्षाकृत सरल मेथड के लिए आपको अपना ब्लॉकचेन बनाना होगा जो आपकी क्रिप्टोकरेंसी का नेटिव हो। आप पहले से मौजूद ब्लॉकचेन के कोड में बदलाव भी कर सकते हैं। यदि इन दोनों मेथड में से कोई भी आपके लिए कारगर है, तो आपके पास अधिक जटिल तरीकों में शामिल होने का ऑप्शन होता है जिसके ज़रिये आप कोई क्रिप्टोकरेंसी बना सकते हैं। इन तरीकों से आप पहले से मौजूद ब्लॉकचेन पर एक नई क्रिप्टोकरेंसी बना सकते हैं जो या फिर ब्लॉकचेन डेवलपर को रख सकते हैं और वह आपके लिए क्रिप्टोकरेंसी बना सकता है।

इन ऑप्शन में से अधिकांश के लिए टेक्निकल कंप्यूटर नॉलेज होना ज़रूरी है। इसके अलावा, आपके पास फिनांशियल नॉलेज भी होना चाहिए और मानव संसाधन से निपटने में माहिर होना चाहिए। आपके द्वारा चुनी गई क्रिप्टोकरेंसी जितनी अधिक टेक्निकल होगी, उतना ही उसे आप अपने अनुकूल बना सकते हैं। कुछ क्रिप्टोकरेंसी डेवलपर्स की राय है कि अपने अनुकूल बनाने की कोशिश करनी चाहिए। चार तरीकों से संबंधित पेचीदगियों को समझने के लिए पढ़ना जारी रखें, यदि आप जानना चाहते हैं कि आप अपनी खुद की क्रिप्टोकरेंसी कैसे बना सकते हैं।

मेथड 1. किसी नेटिव क्रिप्टोकरेंसी के सपोर्ट के लिए ब्लॉकचेन बनाना

अपने लिए इसका कोड लिखकर और इसके लिए किसी नेटिव क्रिप्टोकरेंसी सपोर्ट हासिल कर अपना ब्लॉकचेन बनाना संभव है। हालांकि क्रिप्टोकरेंसी निर्माण को आगे बढ़ाने के लिए, व्यापक टेक्निकल प्रशिक्षण की ज़रुरत होगी ताकि आपके पास पर्याप्त कोडिंग कौशल हो। इन कौशलों का लाभ उठाकर और अपने फायदे के लिए ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की समझ के साथ आप डिजाइन के साथ खेल सकते हैं। यह मेथड आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन है यदि आप ऐसी क्रिप्टोकरेंसी बनाना चाहते हैं जिसमें इसका कोई बिल्कुल नया पहलू हो या क्षमता के हिसाब से इनोवेटिव हो।

अपने नेटिव क्रिप्टोकरेंसी के लिए पूरी तरह से नया ब्लॉकचेन बनाने के लिए, आपको इन स्टेप से गुज़रना होगा।

स्टेप 1. एक कन्सेंसस मैकेनिज्म चुनकर शुरू करें जो अनिवार्य रूप से ब्लॉकचेन का ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल है। प्रूफ ऑफ स्टेक (या पीओएस) और प्रूफ ऑफ वर्क (पीओडब्ल्यू) कुछ सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाले कन्सेंसस मैकेनिज्म हैं।

स्टेप 2. अपने ब्लॉकचेन और उसके आर्किटेक्चर के लिए लेआउट डिज़ाइन करें। इसमें आपको यह तय करना होगा कि आपका ब्लॉकचेन सार्वजनिक होगा या नहीं, अनुमति की ज़रुरत है या नहीं आदि।

स्टेप 3. इसके बाद, आपको अपने ब्लॉकचेन के कोड की जांच करने और किसी भी तरह की खामी के आकलन के लिए एक कुशल ब्लॉकचेन ऑडिटर रखना होगा।

स्टेप 4. अंत में, आपको एक कानूनी फर्म की सेवा लेने पर विचार करना चाहिए ताकि आपको किसी भी नई क्रिप्टोकरेंसी को बनाने से पहले कानूनी सलाह मिल सके। और वकीलों मौजूदा कानूनों और रेगुलेशन के अनुपालन की पुष्टि कर सकें।

मेथड 2. मौजूदा ब्लॉकचेन के कोड को बदलें

एक नया ब्लॉकचेन विकसित करने और अपनी नेटिव करेंसी का उपयोग करने के लिए आपके पास हमेशा किसी अन्य ब्लॉकचेन से संबंधित स्रोत कोड का उपयोग करने का ऑप्शन होता है। यह इस तथ्य पर ध्यान देने योग्य है कि आपको अभी भी इसके टेक्निकल पहलुओं में पारंगत होना होगा क्योंकि आपको उस डिज़ाइन को बनाने के लिए स्रोत कोड में बदलाव करना होगा जिस पर आपने अपनी जगहें सेट की हैं।

पहले से मौजूद ब्लॉकचेन के उक्त स्रोत कोड को डाउनलोड और मॉडिफाई कर लेते हैं, तो आपको खामियों की जाँच के लिए ब्लॉकचेन ऑडिटर की सेवाओं को लिस्ट करना होगा। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कहीं आपने किसी कानून का उल्लंघन तो नहीं किया है, आपको पेशेवर कानूनी सलाह भी लेनी होगी। इन सारी प्रक्रियाओं से गुज़रने के बाद आप नई क्रिप्टोकरेंसी बना सकेंगे।

मेथड 3. नई क्रिप्टोकरेंसी बनाने के लिए मौजूदा ब्लॉकचेन का उपयोग करना

क्रिप्टोकरेंसी निर्माता के पास अपना ब्लॉकचेन बनाए बिना या मौजूदा ब्लॉकचेन को मॉडिफाई किए बिना नई क्रिप्टोकरेंसी बनाने का ऑप्शन हमेशा होता है। उदाहरण के लिए इथेरियम ब्लॉकचेन को देखते ही साफ़ हो जाता है कि इसे कई तरह के डेवलपर्स द्वारा बनाई गई क्रिप्टोकरेंसी को होस्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। बनाई गई नई करेंसी टोकन की श्रेणी में आती है क्योंकि यह डिजिटल पैसा है जो उस ब्लॉकचेन की नेटिव नहीं है जिस पर वह काम करती है।

टोकन बनाने के लिए कुछ हद तक टेक्निकल विशेषज्ञता की ज़रुरत होती है, ज्यादातर मामलों में ठीक-ठाक सा कंप्यूटर नॉलेज बिना किसी मुश्किल के टोकन बनाने के लिए काफी होता है। टोकन कैसे बनता है, यह समझने के लिए नीचे दिए स्टेप पर गौर करें।

स्टेप 1. कोई ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म चुनें (उदाहरण के लिए बिनेंस स्मार्ट चेन या इथेरियम प्लेटफॉर्म लें) जिस पर आप अपना टोकन होस्ट करना चाहते हैं।

स्टेप 2 आप अपने टोकन को किस हद तक कस्टमाइज़ करना चाहते हैं, इसके आधार पर इसे बनाने के लिए आवश्यक उपाय अलग-अलग होंगे। आमतौर पर अत्यधिक कस्टमाइज़ टोकन के लिए एडवांस्ड टेक्निकल नॉलेज की ज़रुरत होती है। टोकन बनाने के तरीके को समझने के लिए वॉलेट बिल्डर जैसे टूल का उपयोग किया जा सकता किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं है।

स्टेप 3. अपनी क्रिप्टोकरेंसी बना लेने पर नए टोकन बनाना शुरू कर सकते हैं। स्टेप 1 में लिस्ट किये गए विश्वसनीय प्लेटफॉर्म का उपयोग कर आपको टोकन का एक सेट जारी करने से पहले ऑडिटर या वकील की सेवा लेने की ज़रुरत नहीं है।

टोकन सिक्कों के रूप में कस्टमाइज़ नहीं होता है, इसलिए यह क्रिप्टोकरेंसी बनाने का अपेक्षाकृत तेज़ और कहीं अधिक किफायती तरीका है। बनाए गए टोकन को उन सुरक्षा उपायों से फायदा हो सकता है जो पहले स्थापित ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म के पास हैं। इसके अलावा, उक्त प्लेटफॉर्म टोकन निर्माताओं को इनोवेटिव फीचर प्रदान कर सकते हैं। अपने टोकन को अच्छी तरह से स्थापित ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म के साथ जोड़कर आप अपने टोकन की विश्वसनीयता और वैल्यू बढ़ा सकते हैं।

मेथड 4. अपनी क्रिप्टोकरेंसी बनाने के लिए एक ब्लॉकचेन डेवलपर सूचीबद्ध करें

नया टोकन या करेंसी बनाने के लिए आप किसी ब्लॉकचेन डेवलपमेंट कंपनी की मदद ले सकते हैं। ऐसे एंटरप्राइज को ब्लॉकचेन-एज़-ए-सर्विस (या बीएएस) कंपनी कहा जाता है जो क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन नेटवर्क डेवलप करने और इसे बनाए रखने का काम करते हैं। इनमें से कुछ कंपनियां कस्टमाइज्ड ब्लॉकचेन बनाती हैं, अन्य अपने ब्लॉकचेन इंफ्रास्ट्रक्चर का उपयोग कर सकती हैं जो पहले से मौजूद हैं।

निष्कर्ष

अपनी क्रिप्टोकरेंसी बनाकर, आप इसे वैसे कस्टमाइज़ कर सकते हैं जैसा आपको ठीक लगता है और इस प्रक्रिया में, आप ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के बारे में अधिक जानकारी हासिल कर पाते हैं। इसके अलावा, आपकी क्रिप्टोकरेंसी को वैल्यू मिल सकता है जो आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। मतलब, क्रिप्टोकरेंसी तभी बनानी चाहिए जबकि आपके पास पर्याप्त टेक्निकल नॉलेज हो या फिर आपके पास बीएएएस कंपनी की सर्विस लेने लिए पैसा हो। यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि क्रिप्टोकरेंसी बनाने में बहुत समय लग सकता है और यह महंगी पहल है क्योंकि आपको इसका हमेशा रखरखाव करना होगा है ताकि यह सफल हो।

डिस्क्लेमर: इस ब्लॉग का उद्देश्य है सिर्फ जानकारी देना न कि कोई सलाह/इन्वेस्टमेंट के बारे में सुझाव देना या किसी स्टॉक की खरीद-बिक्री की सिफारिश करना।

क्रिप्टोक्यूरेंसी दुनिया के लिए एक शुरुआती गाइड [स्टेप वाइस] पूरी जानकारी

बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा है जिसका उपयोग आप ऑनलाइन खरीदने और बेचने के लिए कर सकते हैं। लेकिन, यह वास्तव में क्या करता है? यह कैसे काम करता है? और आप पहली बार में बिटकॉइन का उपयोग कैसे शुरू करते हैं? इस लेख में, हम बिटकॉइन की सभी मूल बातें तोड़ेंगे - जानें कि मुद्रा कैसे काम करती है, "खनन" और "ब्लॉकचैन" जैसे प्रमुख शब्द, क्रिप्टोकुरेंसी एक बड़ा सौदा क्यों बन सकता है, जो बिटकॉइन का उपयोग कर रहा है, और बहुत कुछ।

क्रिप्टोक्यूरेंसी का परिचय :

क्रिप्टोक्यूरेंसी डिजिटल मुद्रा का एक रूप है जिसे ब्लॉकचेन में इलेक्ट्रॉनिक रूप से बनाया और संग्रहीत किया जाता है। यह विकेंद्रीकृत है, जिसका अर्थ है कि यह भौतिक रूप में मौजूद नहीं है। यह कुछ लोगों के लिए क्रिप्टोक्यूरेंसी के उपयोग को जटिल बना सकता है। लेकिन शुक्र है कि रास्ते में आपकी मदद करने के लिए कई ऑनलाइन गाइड हैं!

यह लेख क्रिप्टोक्यूरेंसी के लिए एक शुरुआती मार्गदर्शिका है। यह जांच करेगा कि क्रिप्टोकुरेंसी क्या है, क्रिप्टोकुरेंसी और फिएट मुद्राओं के बीच अंतर क्या हैं, लेनदेन कैसे काम करता है, और क्रिप्टोकुरेंसी के कई अन्य पहलू। जो लोग इस लेख को पढ़ते हैं, उन्होंने केवल 10 मिनट में बिटकॉइन कैसे काम करता है, इस बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर ली होगी।

क्रिप्टोकुरेंसी एक प्रकार की मुद्रा है जो पूरी तरह से डिजिटल है- किसी भी देश की सरकारों द्वारा समर्थित नहीं है, केवल इंटरनेट पर मौजूद है। यह लेख क्रिप्टोक्यूरेंसी की दुनिया के लिए आपका मार्गदर्शक होगा। हम कवर करेंगे कि क्रिप्टोकरेंसी क्या हैं, उन्हें कहां से खरीदना है और उन्हें कैसे सुरक्षित रखना है।

बिटकॉइन का इतिहास

क्रिप्टोक्यूरेंसी का आगमन धन और व्यापार की दुनिया में एक हालिया विकास है। पहली क्रिप्टोक्यूरेंसी बिटकॉइन थी, जिसे 2009 में बनाया गया था। बिटकॉइन आज सबसे प्रसिद्ध और इस्तेमाल किया जाने वाला प्रोटोकॉल है, लेकिन कई अन्य हैं। क्रिप्टोक्यूरेंसी किसी भी केंद्रीय बैंक द्वारा समर्थित नहीं है, बल्कि कंप्यूटर कोड द्वारा समर्थित है जिसे इन सिक्कों का उत्पादन करने के लिए डिक्रिप्ट किया जाना चाहिए। इस लेख में, हम यह पता लगाएंगे कि क्रिप्टोकुरेंसी में लोग कैसे शामिल हुए, बिटकॉइन का इतिहास, और अपने स्वयं के निवेश के साथ शुरुआत करने के लिए क्या करना पड़ता है!

बिटकॉइन डिजिटल मुद्रा का एक रूप है और वैश्विक बाजार में नवीनतम संपत्तियों में से एक है। यह एक अज्ञात व्यक्ति या समूह द्वारा सतोशी नाकामोतो नाम से बनाया गया था और 3 जनवरी, 2009 को ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में जारी किया गया था। चूंकि यह एक आभासी मुद्रा है, बिटकॉइन का कोई भौतिक प्रतिनिधित्व नहीं है जैसे सिक्के या नोट; इसके बजाय, इसका उपयोग बिटकॉइन को भुगतान के रूप में स्वीकार करने वाली कंपनियों और संगठनों के व्यापक स्पेक्ट्रम से सामान और सेवाओं को खरीदने के लिए किया जा सकता है।

क्रिप्टोक्यूरेंसी के प्रकार :

डिजिटल मुद्रा और वैश्विक वित्त के लिए क्रिप्टोक्यूरेंसी एक रोमांचक नई सीमा है। आप इसे "आभासी मुद्रा" के रूप में सोच सकते हैं जिसका उपयोग आप ऑनलाइन या इन-स्टोर खरीदारी करने के लिए कर सकते हैं। बिटकॉइन आज तक की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है। लेकिन इंटरनेट अब कई अन्य क्रिप्टोकरेंसी जैसे एथेरियम, लिटकोइन, डैश, मोनेरो, और बहुत कुछ से भर गया किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं है। इस लेख में, हम बुनियादी बातों का पता लगाएंगे कि क्रिप्टोकुरेंसी क्या है और आज कौन से विभिन्न प्रकार मौजूद हैं।

इस लेख में, हम कई प्रकार की क्रिप्टोकुरेंसी और उनके कार्यों को तोड़ देंगे। क्रिप्टोक्यूरेंसी एक नई डिजिटल मुद्रा है जो सुरक्षा के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करती है, जिससे नकली होना मुश्किल हो जाता है - यह पर्यावरण के अनुकूल भी है!

बिटकॉइन पहला था और अभी भी क्रिप्टोक्यूरेंसी का सबसे अधिक ज्ञात प्रकार है। अब कई अन्य हैं, जिन्हें अक्सर Alt Coins कहा जाता है। हम यहां आपको शब्दजाल में कटौती करने में मदद करने के लिए हैं और आपको बताते हैं कि किस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद है, वे कैसे काम करती हैं, और आपको उनमें निवेश करने की जहमत उठानी चाहिए या नही

बिटकॉइन कैसे खरीदें और बेचें :

दुनिया में कहीं भी खरीदारी करने की कल्पना करें, केवल अपने फोन से। कमाल लगता है ना? खैर, हाल के वर्षों में क्रिप्टोक्यूरेंसी बूम के साथ, यह सपना अब केवल एक संभावना नहीं है।

यह इन दिनों सबसे आम प्रश्नों में से एक है, क्योंकि क्रिप्टोक्यूरेंसी बुखार दुनिया भर में फैल रहा है। बिटकॉइन को एक डिजिटल मुद्रा के रूप में देखा जा सकता है, और यह हाल ही में लोकप्रियता प्राप्त कर रहा है क्योंकि अमेरिकी डॉलर या यूरो जैसी पारंपरिक मुद्राओं के विपरीत, यह किसी भी सरकार, बैंक या व्यक्ति द्वारा नियंत्रित नहीं है।

क्या आपने अच्छी खबर सुनी है? पिछले एक साल में बिटकॉइन 1,000% से अधिक बढ़ गया है। यदि आप बहुत सारा पैसा कमाने में रुचि रखते हैं, तो यह समय बिटकॉइन खरीदने और बेचने का है! हालाँकि, क्रिप्टोक्यूरेंसी से जुड़े कुछ जोखिम हैं जिनके बारे में आपको यह तय करने से पहले पता होना चाहिए कि क्या यह आपके लिए है।

बिटकॉइन को 2009 में, ग्रेट मंदी की ऊंचाई के दौरान, वैकल्पिक मुद्रा के रूप में बनाया गया था। बिटकॉइन एक प्रक्रिया के माध्यम से उत्पन्न होता है जिसे क्रिप्टोक्यूरेंसी खनन कहा जाता है या ऑनलाइन लेनदेन के माध्यम से जो लोग इसे एक्सचेंजों पर खरीदते और बेचते हैं। बिटकॉइन हाल के वर्षों में न केवल अपने निवेश मूल्य के कारण बल्कि इसके उपयोग की सुविधा के कारण भी लोकप्रियता प्राप्त कर रहा है।

निष्कर्ष :

यदि आप पहले से ही क्रिप्टोक्यूरेंसी में निवेश कर चुके हैं, तो आपको नवीनतम और सबसे नवीन ब्लॉकचेन परियोजनाओं के बारे में जानने में रुचि हो सकती है। जैसे-जैसे अधिक लोग क्रिप्टोकरेंसी में रुचि लेते हैं, यह स्वाभाविक है कि हम बाजार में नए सिक्कों और टोकन का प्रसार देखेंगे। हमारे गाइड के लिए एक शुरुआत, यह समझाते हुए कि क्रिप्टोकुरेंसी क्या है, बिटकॉइन क्या है, और अपने स्वयं के वॉलेट से कैसे शुरुआत करें।

क्रिप्टोक्यूरेंसी में निवेश करना कुछ के लिए एक कठिन अनुभव हो सकता है। मौजूदा रुझानों के शीर्ष पर बने रहना महत्वपूर्ण है ताकि आप किसी भी अवसर को न गंवाएं। इस तेजी से बढ़ते उद्योग के साथ अप-टू-डेट रहने का एक तरीका समान विचारधारा वाले क्रिप्टो उत्साही और निवेशकों द्वारा पोस्ट किए गए लेखों को पढ़ना है।

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